Railway Station Of Jaipur: राजस्थान के सबसे बिजी ट्रांजिट पॉइंट में से एक जयपुर रेलवे स्टेशन में बड़े बदलाव होने जा रहे हैं। जल्द ही यह रेलवे स्टेशन हवाई अड्डे से भी ज्यादा आलीशान और आधुनिक बन जाएगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकास कार्य में 717 करोड़ रुपए की लागत लगेगी। अब लोगों को एक हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर और आधुनिक यात्री सुविधा देखने को मिलेंगी।
फ्रंट और हसनपुर दोनों तरफ का नया डिजाइन
जयपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य फ्रंट साइड और हसनपुर साइड को विकसित किया जाएगा। यह स्टेशन रोज डेढ़ लाख से ज्यादा यात्रियों को समायोजित करने के लिए डिजाइन किया गया है। साथ ही एक कवर्ड वॉकवे स्टेशन को पास के मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ेगा।
हसनपुर साइड जो मानसरोवर, सिविल लाइंस, अजमेर रोड और प्रताप नगर से आने वाले यात्रियों के लिए है लगभग 90% पूर्ण हो चुकी है। ऐसी उम्मीद है कि जुलाई के अंत तक या फिर अगस्त की शुरुआत तक इसे चालू कर दिया जाएगा।
गुलाबी नगर की विरासत से प्रेरित डिजाइन
इस पिक्चर में मीटर गुणा 108 मीटर की माप वाली नई मुख्य स्टेशन बिल्डिंग में जयपुर की विरासत से प्रेरित वास्तुकला संबंधी विशेषताएं जोड़ी जाएंगी। इस स्टेशन में 60% की ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए 2050 किलो वाट का सौर संयंत्र स्थापित किया जाएगा। इसके बाद यह स्टेशन प्लैटिनम ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग प्राप्त कर पाएगा। साथ ही स्प्रिंकलर और सेंसर के साथ आग का पता लगाने वाली प्रणाली, मॉड्यूलर शौचालय और एक इंटीग्रेटेड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम भी शामिल है। साथ ही यहां पर सुरक्षा के लिए 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जो 24 घंटे सुरक्षा करेंगे।
क्या होगी यात्री सुविधाएं
यात्रियों को हवाई अड्डे की तरह ही यहां पर लाउंज, शिशु आहार कक्षा, कार्यकारी परीक्षा क्षेत्र और आधुनिक शॉपिंग कांप्लेक्स के साथ-साथ भोजन क्षेत्र और गेमिंग क्षेत्र की सुविधा भी मिलेगी। रूफ प्लाजा भी सभी के लिए खुला रहेगा। यहां तक की बिना टिकट वाले लोगों के लिए भी यहां पर एक सामुदायिक स्थान बनाया जाएगा। इसी के साथ वाईफाई कनेक्टिविटी, आईपीएस, सार्वजनिक घोषणा प्रणाली, वीडियो वॉल और पैकेज स्कैनर जैसी उच्च तकनीक वाली स्थापनाएं चालू की जाएगी।
आधुनिक पार्किंग और निर्बाध प्रवेश निकास
सबसे खास बात यह है कि हसनपुर की ओर से रैंप के जरिए सीधे भूमिगत पहुंच के साथ 3000 वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा भी होगी। प्रवेश पंडित जी के चौक और लोको कॉलोनी से होगा। इसी के साथ सभी मार्ग एक सुंदर रूप से डिजाइन किए गए सेंडस्टोन सर्कुलेटिंग क्षेत्र में मिलेंगे। यहां पर सभी जगह को जोड़ने वाला एक कवर्ड वॉकवे होगा।
कुशल फुट ओवर ब्रिज सिस्टम
प्लेटफार्म पर जल्दी पहुंचने के लिए एक डबल डेकर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है। इसी के साथ एस्केलेटर, लिफ्ट और सीढ़ियों की व्यवस्था भी होगी।
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