Mustard Price Rajasthan: कृषि और खाद्य तेल क्षेत्र के लिए भारत के प्रमुख बाजारों में सरसों की कीमतों में भारी वृद्धि देखने को मिली है। ऐसा 4 सालों में पहली बार हुआ है कि सरसों की कीमत 7875 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है। इसके बाद किसानों और सरसों तेल के उत्पादकों दोनों को ही काफी ज्यादा लाभ हुआ है।
प्रमुख मंडियों में उछाल
जयपुर, कोटा, भरतपुर, अलवर और श्रीगंगानगर जैसे प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में सरसों पचास से डेढ़ सौ रुपए प्रति क्विंटल तक बढ़ी है। इस बढ़त का कारण लगातार बढ़ती प्रवृत्ति बाजार की गतिशीलता और मौसमी बदलाव हैं।
नवीनतम बाजार भाव
कोटा: 7875 (₹50 की वृद्धि)
जयपुर: 7250-7275 (₹75 की वृद्धि)
भरतपुर: 6860 (₹90 की वृद्धि)
अलवर: 6900 (₹50 की वृद्धि)
कीमतों में उछाल का कारण
आपको बता दें की त्योहारों का मौसम नजदीक ही है और सरसों का तेल रसोई का एक प्रमुख घटक है। इसी वजह से इसकी मांग बढ़ गई है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि मंडियों में सरसों की बोरियों की आपूर्ति भी धीमी हो गई है। इस वजह से आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन गड़बड़ा गया है और कीमत बढ़ गई है।
किसानों के लिए राहत और उद्योग को बढ़ावा
कीमतों में हुई वृद्धि की वजह से सरसों उत्पादकों के लिए एक सकारात्मक संकेत मिला है। मांग बढ़ने पर व्यापारी और तेल मिलों को काफी ज्यादा मार्जिन से लाभ होगा।
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