Fraud Bima Claim: राजस्थान के सीकर जिले से ऐसा मामला सामने आया है, जो आपको भी हैरान कर सकता है। सीबीआई जांच में खुलासा हुआ की ठग किस तरीके से इंश्योरेंस कंपनी को बेवकूफ बनाकर उनसे पैसे ऐंठ रहे थे, जिसमें ठग के द्वारा वाहनों के झूठे एक्सीडेंट का बहाना बनाया जाता था और इंश्योरेंस कंपनी से बदले में पैसे ऐंठ लिया करता था।
87 वाहनों का कराया गया नकली एक्सीडेंट
बीमा कंपनी की विजिलेंस टीम ने कार्रवाई की तो पता चला कि 87 वाहनों का नकली एक्सीडेंट कराया गया और उसके द्वारा 2.5 करोड़ रुपए की राशि बीमा कंपनी से ठगी की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक या फर्जीवाड़ा बीमा कंपनी व वाहन कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से चल रही थी। सीबीआई के पास शिकायत मिलने के बाद सीबीआई जयपुर और बीमा कंपनी की विजिलेंस टीम के द्वारा संयुक्त तरीके से जांच की गई, जिसमें इस फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ है।
कर्मचारियों ने आपस में बांटा पैसा
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि 2019 से 2022 के बीच 87 वाहनों का गलत तरीके से एक्सीडेंट दिखाया गया और बीमा कंपनी से 2.5 करोड़ रुपए ऐंठ लिए गए और कर्मचारियों ने आपस में बांट लिया। दरअसल सितंबर महीने में सीबीआई और बीमा कंपनियों के अधिकारियों ने निरीक्षण किया। इसमें कई ऐसे केस सामने आए, जिसमें बीमा क्लेम का पैसा वहां के मालिकों के पास जाने के बजाय किसी दूसरे खाते में जमा कराया गया।
इन जिलों के वाहन मुख्य तौर पर शामिल
यही से कंपनी को शक हो गया और जब उसकी जांच की तो इस फर्जीवाड़े का पूरी तरह खुलासा हो गया। जिन जिलों में नकली एक्सीडेंट कर बीमा कंपनी से सबसे ज्यादा पैसा उठाया गया है, उसमें सीकर, चूरू, झुंझुनू और नागौर के वाहन शामिल हैं।







