Rajasthan Civic Election Update: राजस्थान एक बड़ी राजनीतिक कवायत की तैयारी में लग चुका है। दरअसल इस बार नवंबर या दिसंबर में शहरी निकायों और पंचायत के चुनाव एक साथ होने की संभावना है। यह राज्य के इतिहास के सबसे बड़े निकाय चुनावों में से एक होगा। आपको बता दें कि यहां मतदाता अलग-अलग नगर निकायों के 10175 पार्षदों का चुनाव करेंगे। 

कहां कितने वार्ड 

आपको बता दें कि वार्डों के परिसीमन और पुनर्गठन के प्रस्ताव के मुताबिक सबसे कम वार्ड (25) सलूम्बर जिले में होंगे। सबसे ज्यादा वर्ड (680) जयपुर में। इस पुनर्गठन से कई नगर निकायों की सीमाओं का भी विस्तार हुआ है। 

संभागवार नगर निगम 

जयपुर संभाग 91, अजमेर संभाग 52, जोधपुर संभाग 41, बीकानेर संभाग 37, भरतपुर संभाग 32, कोटा संभाग 28, उदयपुर संभाग 28। 

एक राज्य एक चुनाव के लिए प्रयास 

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने पंचायत के साथ-साथ नगरीय निकायों के पुनर्सीमांकन के लिए अधिसूचना पहले से ही जारी कर दी है। वार्ड के पुनर्सीमांकन के लिए एक नई अधिसूचना को अगले कुछ दिनों में जारी कर दिया जाएगा। इस परिसीमन भीम के पूरा होने के बाद राज्य चुनाव आयोग को मतदाता सूची को तैयार करने के लिए भी कहा जाएगा। खर्रा का कहना है कि दिसंबर में एक राज्य एक चुनाव ढांचे के तहत सभी नगर निकाय चुनाव एक ही दिन करने का लक्ष्य है।

ओबीसी सीटों के निर्धारण में देरी 

ओबीसी आरक्षित सीटों के निर्धारण में इस प्रक्रिया में बाधा आ रही है। पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश मदन लाल भाटी की अध्यक्षता में गठित आयोग की रिपोर्ट के बिना इसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सकता। आपको बता दें कि आयोग ने अपना सर्वेक्षण अभी तक शुरू नहीं किया है। इस वजह से यह चिंता बढ़ गई है कि क्या यह कदम चुनाव से पहले पूरा हो पाएगा।

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