North Western Railway Recruitment :उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर, अजमेर, बीकानेर और जोधपुर मंडलों में बीते कई वर्षों से लगभग 3000 पदों पर नियुक्तियां नहीं हो सकी हैं, जिससे स्टाफ की भारी कमी बनी हुई है। जयपुर, अजमेर, बीकानेर और जोधपुर मंडलों में पटरियों के रखरखाव देखभाल की जिम्मेदारी सीमित स्टाफ के पास ही है। जितने कर्मचारियों की जरूरत है उतने स्टाफ मौजूद नहीं है। लेकिन इन कर्मचारियों के ऊपर ट्रैक की पूरी जिम्मेदारी है। सीमित संख्या में स्टाफ होने के कारण पटरियों के रखरखाव पर असर पड़ रहा है। 2016 के बाद से ट्रैक मेंटेनेंस में तकनीकी संसाधनों और स्टाफ की भारी कमी आई है। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन द्वारा पिछले 2 साल से रेलवे से इन्हें भरने की मांग की जा रही है, लेकिन रेलवे द्वारा इन पदों को नहीं भरा गया है।
रिक्त पदों की भरने की मांग को लेकर विरोध
आज यानी कि सोमवार को यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर के आह्वान पर जयपुर,अजमेर, जोधपुर और बीकानेर मंडल के 30 से अधिक स्टेशन 1000 से ज्यादा रेल कर्मियों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। रेलवे यूनियन की मांग है कि जल्द से जल्द इन पदों को भरा जाए। ट्रैक की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
रेलवे की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा
रेलवे यूनियन के अनुसार खाली पड़े इचार मंडलों में पिछले कई सालों से भर्ती नहीं की जा रही है। भर्ती नहीं होने के कारण ट्रैक की देखभाल भी अच्छे से नहीं हो पा रही है। पहले जहां एक गैंगमैन लगभग 2 किलोमीटर ट्रैक की देखभाल की जिम्मेदारी मिलती थी। वहीं अब स्टाफ की संख्या में कमी के कारण एक गैंगमैन को 12 किलोमीटर तक की ट्रैक की निगरानी करवाई जा रही है।
हजारों की संख्या में खाली है पद
यूनियन मंडल के कोषाध्यक्ष के मुताबिक उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडलों में ट्रैकमैन के सैकड़ों पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। अजमेर मंडल में 764, जयपुर में 562, बीकानेर में 983 और जोधपुर मंडल में 687 पद खाली पड़े है। जिन पर नियमित भर्ती नहीं की जा रही है।
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