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Heart Patients Surgery: जयपुर के डॉक्टरों ने दी दिल के मरीजों को बड़ी सौगात। क्योंकि अब जांघ की नसें बंद होने पर भी हार्ट वाल्व की सर्जरी हो सकेगी।

Heart Surgery: राजस्थान में स्वास्थ्य के क्षेत्र में मरीजों को बेहतरीन सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही है। ताकी मरीजों को इलाज के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी ना आएं। इसके साथ ही उनके लिए स्वास्थ्य संबंधित नए-नए अविष्कार भी किए जा रहे हैं। राजस्थान में कई ऐसे भी नवाचार किए गया है, जो देश में राजस्थान में हुआ है। डॉक्टरों द्वारा लगातार कई नई तकनीक को बनाया गया है, जिससे मरीजों के इलाज को सरल किया जा सकें। 
 
हार्ट मरीजों की हाथ नसों से सर्जरी

राजस्थान में हार्ट के मरीजों के लिए राहत की खबर है, जिसमें डॉक्टरों के कठिन प्रयास से सफलता मिल ही गई है। बता दें कि पहले दिल के मरीजों की वाल्व सर्जरी करने से पहले देखना पड़ता था कि मरीज की जांघ की नसें ब्लॉक या बंद तो नहीं है। क्योंकि जांघ की नसों के बंद होने पर हार्ट की सर्जरी नहीं की जाती थी, इस वजह से कई मरीजों की जान भी चली जाती थी।

अब ऐसा नहीं होगा, अब उन मरीजों को नया जीवन मिल सकेंगा। अब जांघ की नसें बंद होने पर भी हाथों पर हाथ की नसों का उपयोग कर आर्टिफिशियल वॉल्क लगाकर सर्जरी में सफलता मिली है। बता दें कि जांघ की नस की तुलना में हाथ की नसें अधिक पतली और टेढ़ी-मेढ़ी होती है। 

कैल्शियम जमा होने पर नसें ब्लॉक

भारत में एओर्टिक स्टेनोसिस से पीड़ित मरीजों में 5 प्रतिशत मरीज की -जांघ की नसें ब्लॉक होती है। जिस वजह से पारंपरिक टावी प्रोसीजर को किया जाना पॉसिबल नहीं था। लेकिन राजस्थान के अस्पताल में एक सीनियर इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रविंद्र सिंह राव ने इस बारे में बताया कि हेमेंद्र की दोनों जांघो की नसों में कैल्शियम के इकट्ठा होने की वजह से बंद हो गई। उसके बाद उस पर परक्यूटीनियस ट्रांसएग्जिलरी टावी प्रोसीजर किया गया।

जानें क्या रहा इसका प्रोसीजर 

इसके प्रोसीजर में सबसे पहले अल्ट्रासाउंड की सहायता से मरीज के उल्टे हाथ में कॉलर बोन के पास सबक्लेबियन आर्टरी में एक सटीक पंक्चर किया गया। इसके बाद उस हाथ से एक पतली ट्यूब डाली गई और फिर प्रोसीजर स्यूचर सिस्टम का उपयोग कर उसे सुरक्षित किया। एक बड़ी ट्यूब से  आर्टिफिशियल हार्ट वाल्व को  हृदय तक पहुंचाकर ट्रांसप्लांट किया गया। और फिर उस प्रोसीजर को एंट्री पॉइंट को एक डिवाइस की मदद से बंद किया गया। इस प्रोसीजर की मुख्य बात ये है कि इसमें सर्जरी को बिना किसी चीड़-फाड़ के किया गया।

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