Anganwadi Rajasthan: 1 जुलाई से राजस्थान में लगभग साढ़े पांच लाख गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाएं और छोटे बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से प्रदान की जाने वाली पोषण सहायता नहीं मिलेगी। ऐसा तब होगा यदि वे फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम के अंतर्गत पंजीकृत नहीं होते हैं। यह बदलाव महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा पोषण संबंधी योजनाओं के वितरण में पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए किया गया है।
क्यों हजारों लोग पोषण से वंचित हो सकते हैं
अतिरिक्त निदेशक डॉ अनुपम टेलर के मुताबिक महिला और बाल विकास विभाग के बार-बार प्रयासों के बावजूद भी राज्य के एफआरएस लक्ष्य का केवल 77% की हासिल किया जा सका है। 23 लाख से ऊपर अभ्यर्थियों में से केवल 18,15,000 ही सफलतापूर्वक एफआरएस से जुड़ पाए हैं। इससे ज्यादा चिंता की बात यह है कि केवल 14.37 लाख ने ही ई केवाईसी को पूरा किया है। इसी के साथ केवल 11 लाख 85 हजार ने आधार फोटो मिलान किया है। 5.40 लाख से अधिक महिलाएं अभी भी अपंजीकृत है।
आखिर क्या है एफआरएस
धोखाधड़ी और नकल को रोकने के लिए चेहरे की पहचान प्रणाली लागू की जा रही है। इससे पता लगेगा कि वास्तविक लाभ भारतीयों को होम राशन और अन्य पोषण सहायता मिल रही है। मंत्रालय ने यह दिशा निर्देश दिए हैं कि गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करने वाली माताओं के साथ किशोरियों और 6 महीने से 3 वर्ष की आयु के बच्चों को लाभ प्राप्त करना जारी रखने के लिए एफआरएस सत्यापित होना जरूरी है।
1 तारीख से एफआरएस कैसे करेगा काम
लाभार्थी का आधार सत्यापन जरूरी है। इसके बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पोषण ट्रैकर एप का इस्तेमाल करके लाइव फोटो लेंगे। का मिलन होने के बाद अंतिम पुष्टि के लिए आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। ओटीपी के सत्यापन के बाद लाभार्थी टेक होम राशन प्राप्त कर पाएंगे।
टेक होम राशन में क्या शामिल है
इस राशन में सादा दलिया, मीठा दलिया, फोर्टीफाइड न्यूट्री पैक और मसाला खिचड़ी शामिल हैं। गर्भवती महिलाओं को 9 महीने और स्तनपान करने वाली माता को 6 महीने तक यह दिया जाएगा।
कैसे करें एफआरएस में आवेदन
आवेदन करने के लिए निकटतम आंगनबाड़ी केंद्र पर जाए। अपना आधार कार्ड साथ लेकर जाए। इसके बाद कार्यकर्ता से ई केवाईसी करने को कहें। कार्यकर्ता पोषण ट्रैकर ऐप का इस्तेमाल करके आपकी तस्वीर खींचेंगे। इसके बाद आधार पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी को स्थापित कर दें।
इसे भी पढ़े:-RGHS: राजस्थान में आरजीएचएस में महंगी दवाओं पर लगेगा प्रतिबंध, विशेषज्ञ समिति से सरकार तय करेगी अधिकतम मूल्य