VMOU Admission: वर्धमान महावीर खुला विद्यालय कोटा ने प्री डीएलएड परीक्षा में प्रवेश के समय में दिव्यांग श्रेणी के प्रमाण पत्रों के दुरुपयोग पर खड़ा रुख रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल हाल ही में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भर्तियों में जाली दिव्यांगता प्रमाण पत्रों के कई खुलासे हुए हैं। इसके बाद वीएमओयू ने सभी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों को दिव्यांग उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रमाण पत्रों को दोबारा सत्यापन करने के निर्देश दिए हैं।
पूर्व में हुई धोखाधड़ी की वजह से कार्रवाई
दरअसल इससे पहले आरपीएससी ने अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं को आयोजित किया था। इन भर्ती परीक्षा में फर्जी दिव्यांगता प्रमाण पत्रों के कई मामले सामने आए थे। इसके बाद आरपीएससी को दस्तावेजों की जांच दोबारा से शुरू करनी पड़ी और धोखाधड़ी से कोटक का लाभ उठाने वाले उम्मीदवारों के खिलाफ सख्त कदम भी उठाया गया।
ठीक इसी तरह अब वीएमओयू को भी प्री डीएलएड प्रवेश में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्रों को लेकर डर है और सिर्फ डर ही नहीं बल्कि शिकायतें भी मिलने लगी है। इसी को मध्य नजर रखते हुए निष्पक्षता और पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय ने आरपीएससी जैसी ही सत्यापन प्रक्रिया को अपना लिया है।
प्रवेश रद्द करना और कानूनी कार्रवाई
वीएमओयू द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र जमा करने का दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उनके प्रवेश को तुरंत रद्द कर दिया जाएगा और साथ ही उन्हें कानूनी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
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