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Rajasthan Education: राजस्थान देश का पहला ऑन डिमांज परीक्षा कराने वाला राज्य बना है। इस सिस्टम के तहत फेल हुए विद्यार्थियों को उसी साल में पास होने का मौका भी मिलेगा। इसके लिए छात्रों को कुछ प्रक्रियाओं से गुजरनी होगी। तो आइए इस खबर में ऑन-डिमांड परीक्षा की नई व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानते हैं।

Rajasthan Education System: यदि आप स्टेट ओपन या देश की किसी भी अन्य बोर्ड परीक्षा में फेल हो गए हैं, तो अब आपका एक साल बर्बाद नहीं होगा। राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल अब ऐसे फेल हुए छात्रों को उसी साल पास होने का मौका देने के लिए ऑन-डिमांड परीक्षा की नई व्यवस्था लेकर आया है। राजस्थान देश का पहला राज्य होगा जहां ऑन-डिमांड परीक्षा आयोजित की जाएगी।

स्टेट ओपन स्कूल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर इसकी औपचारिक शुरुआत कर सकता है। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया पहली बार सितंबर में शुरू हो सकती है। इसके बाद अक्टूबर में पहली बार ऑन-डिमांड परीक्षा आयोजित की जाएगी। आगे की परीक्षाएं जनवरी और मार्च में भी आयोजित की जाएँगी।

परीक्षा में कौन-कौन ले सकता है भाग

इस परीक्षा में केवल वही छात्र भाग ले सकेंगे, जो इससे जुड़े देश के 75 अन्य बोर्ड की परीक्षा में फेल हुए हैं। यानी किसी भी वर्ष बोर्ड परीक्षा या सप्लीमेंट्री परीक्षा में फेल हुआ छात्र ऑन-डिमांड परीक्षा के लिए आवेदन कर सकता है। अगर वह पास हो जाता है, तो उसका 1 साल बच जाएगा और वह अगली कक्षा में प्रवेश के लिए पात्र हो जाएगा। अब अगर कोई फेल हो जाता है, तो उसे मुख्य परीक्षा का इंतज़ार करना होगा।

क्या-क्या होगी व्यवस्था

यह परीक्षा जयपुर, बीकानेर और उदयपुर स्थित डाइट में आयोजित की जाएगी। जिस महीने में आवेदन किया जाएगा, उसके अगले महीने परीक्षा आयोजित की जाएगी। स्टेट ओपन स्कूल हर महीने के पहले से तीसरे सोमवार, मंगलवार और बुधवार को परीक्षा आयोजित करेगा।

हर दिन प्रत्येक केंद्र पर दो पालियों में परीक्षा होगी। एक पाली में 50 छात्र परीक्षा देंगे, यानी एक दिन में एक केंद्र पर 100 छात्र। एक सप्ताह में एक केंद्र पर 300 छात्र परीक्षा देंगे और तीनों केंद्रों पर कुल 900 छात्र परीक्षा देंगे। तीन सप्ताह में कुल 2700 छात्रों की परीक्षा हो सकेगी।

जानें क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं और पूरी जानकारी

अक्टूबर, जनवरी और मार्च में सत्र 2025-26 में परीक्षाएँ होंगी। आपको बता दें कि परीक्षा का आवेदन सितंबर, दिसंबर और फरवरी में लिए जाएंगे। इस परीक्षा सिस्टम के तहत आवेदन करने के बाद आवेदक को पहले आओ, पहले पाओ की नीति पर परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा।

ऑनलाइन आवेदन के साथ परीक्षा ऑफलाइन आयोजित की जाएगी। परिणाम उसी माह के अंत में जारी किया जाएगा जिस माह परीक्षा आयोजित होगी।

आवेदन के लिए आधार कार्ड अनिवार्य होगा। केवल अनुत्तीर्ण छात्र ही ऑन-डिमांड परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।

डाइट प्राचार्य परीक्षा के केंद्राध्यक्ष होंगे।

राज्य मुक्त विद्यालय के सहायक निदेशक को प्रत्येक डाइट में समन्वयक नियुक्त किया जाएगा।

परीक्षा शुल्क कितना होगा, इस पर विचार-विमर्श चल रहा है।

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