NEET Exam Controversy: राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर कई विवाद चल रहे हैं, पहले तो अन्य क्षेत्रों में घोटाले देखने को मिलते थे। लेकिन आज सवाल युवाओं के भविष्य का है, क्योंकि लगातार पेपर लीक होना, परीक्षाओं को समय से नहीं करवाने के साथ अंकों में हेरा-फेरी जैसे मामले सामने आ रहे हैं। इन्हीं मामलों की वजह से युवाओं में आक्रोश की भावना उमड़ रही है, जिसकी वजह से शिक्षा विभाग पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
बिना क्वालीफाई के दिया प्रवेश
राजस्थान के बीकानेर में पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय बिना नीट की पात्रता को क्वालीफाई किए बिना ही जिन अभ्यर्थियों के निर्धारित अंक से कम आने वाले छात्रों को भी प्रवेश दे दिया। आपको बता दें कि नीट एक ऐसा एग्जाम है जिसमें एडमिशन देने के लिए 162 नंबर लाना आवश्यक होता है, चाहे वह अभ्यर्थी वेटरनरी डॉक्टर की पढ़ाई क्यों न कर रहे हों। लेकिन फिर भी उनको भारतीय पशु शिक्षा परिषद के अनुसार इस तरीके से प्रवेश दिए जाना कानूनी अपराध है।
NEET पास ही मिलेगा वेटरनरी एडमिशन
राजस्थान में अगर किसी विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों को इस आधार पर प्रवेश दिए जाने पर 5 साल बाद पास आउट होने के बाद भी भारतीय पशु परिषद के अनुसार उन अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। वही आपको बता दें की राजस्थान में तीन सरकारी कॉलेज के अलावा आठ वेटरनरी कॉलेज हैं। यह सभी कॉलेज राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय , बीकानेर के अंतर्गत आते हैं। इन सभी कॉलेजों में इन बीएससी में प्रवेश लेने के लिए नीट 2024 परीक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
वीसीआई के आदेश
शिक्षा परिषद में बीएससी के लिए नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन किया जाना अति आवश्यक है। पशु चिकित्सा के इस आदेश में नीट के सत्र 2024-25 में जिन लोगों ने परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं, उन्हें ही प्रवेश दिया जाएगा। राजस्थान पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर में काउंसलिंग के नियमों का पालन नहीं करते हुए बीवीएससी-एएच में जिन अभ्यर्थियों ने नीट 2024 की परीक्षा पास नहीं की, उन छात्रों को भी प्रवेश दिया गया है। जिनकी संख्या 350 है, इनमें से कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी हैं, जिनके अंक 100 से भी कम आने के बावजूद भी उन्हें प्रवेश दिया गया।
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