State Open School: राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की मार्कशीट में संशोधन के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से बड़ा कदम उठाया गया है। इसके लिए विभाग ने कमेटी का गठन की है, जो सरकार को मामले की जांच की रिपोर्ट सौंपेंगी। इससे ओपन स्कूल में पढ़ रहे छात्रों को मार्कशीट में संशोधन करने में पारदर्शिता मिल सकेगी।
आईडी के उपयोग पर सख्ती
साथ ही विभाग द्वारा अब अंकतालिकाओं के संशोधन या फिर किसी भी प्रकार से आईडी के उपयोग पर सख्ती लागू कर दी गई है। डीओआईटी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि ओटीपी के बिना अब कोई आईडी नहीं खोली जाएगी। इससे पहले आईडी खोलने के लिए ओटीपी की जरूरत नहीं होती थी।
दरअसल, कई कार्मिकों की आईडी दूसरे लोग भी खोल रहे थे। ऐसे में आईडी की मदद से अंकतालिकाओं में संशोधन किया जा रहा था। ऐसे संविदा कर्मियों की शिकायत दर्ज की गई है। गौरतलब है कि पिछले दिनों ऐसे कई मामले सामने आए थे, जिसमें अंकतालिका में संशोधन कर दूसरी अंकतालिका तैयार कर ली गई थी। विभाग के इस फैसले के बाद अब छात्रों और कर्मियों को मार्कशीट में संशोधन करने में पारदर्शिता मिलेगी।
एक लाख छात्राओं की जारी होगी अंकतालिकाएं
19 जून को जारी रिजल्ट की अंकतालिकाओं पर विभाग की ओर से रोक लगा दी गई थी। जिसके कारण लगभग एक लाख छात्रों की अंकतालिकाएं अटक गई थी। अब विद्यार्थियों की अंकतालिकाओं के प्रिंटिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द इनका वितरण शुरू किया जाएघा।
विभाग ने किया बड़ा बदलाव
विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया है कि मार्कशीट पर भी अब क्यूआर कोड स्थापित किए जाएंगे, जिससे उसको स्कैन करते ही पूरा ब्योरा सामने आ सके। इसकी मदद से यदि मार्कशीट में कोई बदलाव किया जाएगा तो इसका पता चल सकेगा।