Rajasthan Sports: सीकर जिले की प्रिंस एनडीए अकैडमी और प्रिंस सैनिक स्कूल की छात्रा डोना सिंह चौहान ने पूरे जिले और राज्य का नाम रोशन कर दिया है। दरअसल डोना का चयन एनडीए 155 एसएसबी में हुआ है। डोना को भारतीय वायु सेवा में फ्लाइंग ऑफिसर का पद नियुक्त किया गया है। उनकी सफलता के बाद न केवल उनके परिवार और शैक्षणिक संस्थान बल्कि पूरा राज्य खुशी मना रहा है।
शिक्षा और खेल में बहुमुखी प्रतिभा की धनी
डोना न केवल शिक्षा में बल्कि खेलों में भी काफी प्रतिभाशाली है। डोना एक राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी है और इसी के साथ उन्होंने फुटबॉल में भी राज्य का प्रतिनिधित्व किया है। उनके पिता राकेश सिंह चौहान एक सरकारी शिक्षक है और उनकी मां प्रीति चौहान मनोवैज्ञानिक। शिक्षा और खेल दोनों में डोना ने कामयाबी का लोहा मनवाया है।
उनकी सफलता में प्रिंस एनडीए अकैडमी और प्रिंस सैनिक स्कूल का भी योगदान है। यहां पर कक्षा 6 से लेकर 12 तक के छात्र (12वीं पास उम्मीदवार भी शामिल) एनडीए, यूपीएससी , एसएसबी और सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। फिलहाल ब्रिगेडियर और कर्नल रैंक के 11 सेवा निर्मित अधिकारी प्रिंस एडु हब में सलाहकार के रूप में काम करते हैं।
क्या है भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के लिए चयन प्रक्रिया
यह मार्ग काफी चुनौती पूर्ण है। इसके लिए सिर्फ एकेडमिक उत्कृष्ट ही नहीं बल्कि मजबूत मनोवैज्ञानिक और शारीरिक कंडीशनिंग भी जरूरी होती है। यह पूरी प्रक्रिया एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट से शुरू होती है उसके बाद एयर फोर्स सिलेक्शन बोर्ड इंटरव्यू, मेडिकल जांच और अंत में ऑल इंडिया मेरिट लिस्ट में स्थान दिया जाता है।
एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट की परीक्षा साल में दो बार आयोजित होती है। इस परीक्षा में उम्मीदवारों की सामान्य जागरूकता, संख्यात्मक और मौखिक क्षमता और सैन्य योग्यता का परीक्षण किया जाता है। जो भी लोग उत्तीर्ण होते हैं उन्हें एयरपोर्ट सिलेक्शन बोर्ड इंटरव्यू में भाग लेने के लिए बुलाया जाता है। यह इंटरव्यू 5 दिन तक चलता है। इस इंटरव्यू में बौद्धिक परीक्षण, मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन, समूह कार्य, व्यक्तिगत साक्षात्कार और फ्लाइंग ब्रांच के उम्मीदवारों के लिए कंप्यूटरीकृत पायलट चयन प्रणाली शामिल है।
एयर फोर्स सिलेक्शन बोर्ड इंटरव्यू को पास करने वाले उम्मीदवारों को नई दिल्ली में एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट या बेंगलुरु में इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन मेडिसिन में चिकित्सा परीक्षा के लिए भेज दिया जाता है। यहां उनके शारीरिक और मानसिक फिटनेस का मूल्यांकन करने के बाद जो भी लोग मानदंडों को पूरा करते हैं उन्हें ही मेरिट सूची में रखा जाता है। इसके बाद संबंधित शाखाओं में उपलब्ध व्यक्तियों के आधार पर अंतिम नियुक्ति पत्र दे दिए जाते हैं।
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