Khatu Shyam Ji : भक्त व भगवान का संबंध वैसा ही होता है जैसे शरीर और आत्मा का। भक्त वही होता है जो अपने आराध्य में इस कदर डूब जाता है कि अपना दुःख दर्द भी बयां नहीं कर पाता। क्योंकि वो जानता है कि उसके आराध्य को मालूम है कि उसे क्या चाहिए। ऐसा ही भक्त और भगवान का रिश्ता खाटूश्यामजी और उनके भक्तों के बीच है। खाटू श्याम जी के भक्त उनके दरबार में जब जाते हैं तो बाबा के समक्ष इतने विभोर हो जाते हैं कि कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं होते इसलिए वो अपना दुःख दर्द एक पर्ची में लिखकर उसे एक नारियल के साथ लाल चुनरी में बांधकर मंदिर प्रांगण में ही बांध जाते हैं। आइए जानते हैं बाबा की महिमा के साथ लाल चुनरी में बंधे नारियल का राज...
नारियल के लग जाते हैं अंबार कि मंदिर कमेटी करती है नीलाम
भक्तों द्वारा बांधे गए नारियल की संख्या इतनी अधिक हो जाती है कि उन्हें रखने की जगह नहीं मिलती। मंदिर कमेटी एक साल के बाद उन्हें टेंडर निकाल कर नीलाम कर देती है । इसके साथ ही धार्मिक अवसरों पर उन्हें फ्री में वितरित कर देती है। चुनरी में बंधे नारियल का अंबार लगा था। उसके साथ भक्तों ने पर्ची में बाबा से अपने दुःख दूर करने की गुहार लगाई थी।
पर्ची लगाने मात्र से ही बाबा पूरी करते हैं मनोकामना
अलग अलग भक्तों के अलग-अलग दुःख दर्द होते हैं। कोई बीमारी से परेशान, कोई आर्थिक परेशानियों से घिरा तथा कोई बच्चों के करियर को लेकर चिंतित, ऐसे ही फरियादियों की भीड़ लगी रहती है बाबा के दरबार में। लोगों की आस्था और विश्वास का आलम देखिए कि पर्ची लगाने मात्र से बाबा अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं। ऐसे ही इंदौर के एक भक्त ने पर्ची में अपने धंधे को बढ़ाने के लिए, किसी ने अपनी खेती सुधारने के लिए गुहार लगाई। इन भक्तों की मानें तो बाबा उनकी पुकार सुनते हैं और मनोकामना पूरी करते हैं।
इस वर्ष जून महीने में 30 लाख से अधिक भक्तों ने किए दर्शन
बाबा के भक्तों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस साल केवल जून के महीने में 30 लाख से भी अधिक संख्या में भक्त बाबा के दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं। भक्तों को बाबा के प्रति अटूट विश्वास होता है कि बाबा उनकी मनोकामना अवश्य पूरी करेंगे।
ये भी पढ़ें...Bikaner Rain Miracle: सूखे से जूझ रहा था बीकानेर, भगवान जगन्नाथ ने की कृपा, हुई झमाझम बारिश