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RPCB: राजस्थान में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राजस्थान स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड यानी आरपीसीबी द्वारा 30 जून से ईंट भट्टों पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है। यह नियम पूरे प्रदेश में लागू होगा, यदि इसके बाद कोई भट्टा चलते हुए दिखाई देता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

RPCB: राजस्थान स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड यानी आरपीसीबी की ओर से राज्य में चलने वाले ईंट भट्टों को लेकर नया आदेश जारी किया गया है। प्रदेश में प्रदूषण को रोकने के लिए यह बड़ा फैसला लिया गया है। बता दें कि 30 जून से ईंट भट्टों पर रोक लगा दी जाएगी, इसके बाद यदि कोई ईंट भट्टा चलता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। 

कब तक बंद रहेंगे भट्टे?

नए आदेश के अनुसार ईंट भट्टों के संचालन को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद यदि राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से तय मापदंड के मुताबिक कार्रवाई और जुर्माना लगाया जाएगा। जानकारी के अनुसार राज्य में लगभग पांच हजार और भीलवाड़ा जिले में 250 से ज्यादा ईंट भट्टे चलाए जा रहे हैं। एक जुलाई से लेकर 31 दिसंबर तक ईंट भट्टों के संचालन पर रोक रहेगी। अगले साल यानी जनवरी 2026 से इसका संचालन शुरू किया जाएगा। 

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श्रमिकों के सामने खड़ा हुआ संकट

राजस्थान स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से आगामी छह माह तक ईंट भट्टों के संचालन पर रोक लगाई जाएगी। इससे पहले नौ महीने तक ईंट भट्टों का संचालन किया जाता था। इस आदेश के बाद से भट्टों पर काम करने वाले श्रमिकों के सामने बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है। इन भट्टों पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा बिहार से हजारों श्रमिक काम करते हैं। 

एनजीटी ने दिया था भट्टों को नियंत्रित करने का आदेश 

गौरतलब है कि 24 जनवरी को एनजीटी द्वारा राज्य में बड़ी संख्या में चल रहे ईंट भट्टों को नियंत्रित करने का आदेश जारी किया था। जिसके बाद ईंट भट्टा संघों ने प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए फायरिंग अवधि सीमित करने का प्रस्ताव रखा था। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से 30 जून के बाद भट्टों को बंद करने का आदेश दिया है। यह नियम पूरे प्रदेश में लागू होगा, यदि इसके बाद कोई भट्टा चलते हुए दिखाई देता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

इस संबंध में आरपीसीब के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक घनेटवाल ने जानकारी दी कि प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा जारी आदेशों के मुताबिक 1 जनवरी से इनका पुन: संचालन किया जाएगा।

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