Crop Damage: अतिवृष्टि ने राजस्थान के किसानों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। एक तरफ प्रदेश में मानसून का आगमन लोगों को खुश कर रहा था, तो वहीं दूसरी तरफ किसान इससे त्राहि-त्राहि कर रहे थे। इस साल राजस्थान के 22 जिलों में अतिवृष्टि के कारण फसलों को जोरदार नुकसान पहुंचा है। ऐसे में किसानों के चेहरे पर भी मायूसी साफ नजर आ रही है। रिपोर्ट की मानें तो भारी बारिश के कारण राजस्थान में 50 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसल बर्बाद हो गया है। 

जानें किन जिलों में हुआ नुकसान

सबसे ज्यादा नुकसान जिन जिलों में हुआ है, उनमें कोटा, झालावाड़, बूंदी, सवाई माधोपुर, भरतपुर, उदयपुर और 12 संभाग शामिल है। 22 जिलों में से 15 जिलों में 50 फीसदी तक फसल बर्बाद हो गया, जबकि कुछ गांव में तो 90 फीसदी से अधिक खरीफ फसल पूरी तरीके से बर्बाद हो चुका है। राजस्व विभाग गांव में गिरदावरी करवा रहा है। वहीं कृषि विभाग भी हर जिले के हर गांव से बर्बाद में फसलों की रिपोर्ट ले रहा है। ताकि किसानों को आर्थिक तरीके से मुआवजा राष्ट्रीय प्रदान कर सके और इससे किसानों की मदद हो सके।

भजनलाल शर्मा ने सराहनीय कदम उठाया

 प्रारंभिक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि 50 लाख हेक्टेयर में बर्बाद होने वाले फसल में मूंग, बाजार, मूंगफली, मक्का जैसे फसल शामिल हैं, जो कि उपज से पहले ही पूरी तरह खत्म हो गई। बता दे कि इस साल 157.76 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई हुई थी। दूसरी और इसको लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सराहनीय कदम उठाया और निर्देश दिए हैं कि जिन भी किसानों का 33 फीसदी से अधिक फसल खराब हुआ हो, उसे तुरंत आर्थिक सहायता दी जाए।

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इसको लेकर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक टीसी गुप्ता ने कहा कि राजस्व गिरदावरी की फाइनल रिपोर्ट जैसे ही आएगी, उसके बाद वास्तविक नुकसान का पता चल जाएगा और हम किसानों की आर्थिक मदद कर पाएंगे। बताते चलें कि मूंग उड़द ,चावल और अरहर दालों की बुवाई 3652 लाख हेक्टेयर जमीन पर हुई थी। वहीं मूंगफली में 30 फीसदी फसल बर्बाद हो गया है। इसके अलावा बाकी फसल जैसे गवार, मोठ, सोयाबीन, ज्वार को भी काफी नुकसान हुआ है।

 ऐसे में कोई दो राय नहीं है कि दाल, मूंगफली महंगी हो सकती है। पिछले साल की बात करें तो ज्वार का उत्पादन 4.87 लाख टन था। बाजरा का 46.69 टन, मक्का का 20 टन और मूंगफली का 23.72 लाख टन। 

खरीफ फसलों के बीमा करने में राजस्थान पहले स्थान पर

हालांकि कि कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो राजस्थान के पक्ष में है। जैसे 19.7 लाख फसल बीमा कर राजस्थान देश में सबसे आगे है। पीएम फसल बीमा योजना में प्रदेश में 31 जुलाई 2025 तक खरीफ फसलों के लिए लगभग 20 लाख बीमा पॉलिसी जारी की गई। पिछले साल 17 लाख के करीब जारी की गई थी। यानी इस साल 16 फीसदी ज्यादा बीमा हुए हैं। ऐसे में खरीफ फसलों के बीमा करने में राजस्थान पहले स्थान पर है।