Heatwave In Rajasthan: बढ़ता तापमान गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में हानिकारक साबित हो रहा है। डाटा के मुताबिक अत्यधिक तापमान वाले दिनों में चिंताजनक वृद्धि हो रही है। अगर पिछले 4 साल का डाटा निकले तो राजस्थान ने 53 दिनों का अनुभव किया जिसमें तापमान सामान्य से कहीं अधिक था। इन 53 दिनों में 20 को गर्भावस्था के उच्च जोखिम वाले दिन के रूप में माना गया है। आसान शब्दों में कहें तो यें ऐसे दिन होते हैं जिस वक्त गर्भवती महिलाओं को गंभीर जटिलताएं महसूस होती है।
हीट वेव की वजह से गर्भावस्था के जोखिम बढ़ रहे हैं
हाल ही में जयपुर का तापमान 45 डिग्री के पार था। यह पिछले 10 साल में सबसे गर्म दिन था। पिछले 5 वर्षों में सिर्फ जयपुर में ही गर्भवती महिलाओं के लिए 16 उच्च जोखिम वाले दिन रहे। अमेरिका स्थित जलवायु अनुसंधान संगठन क्लाइमेट सेंट्रल की रिपोर्ट के मुताबिक पूरे भारत में हर साल औसतन 60 असामान्य रूप से गर्म दिन दर्ज किए गए हैं। इन साठ दिनों में से 23 गर्भावस्था के लिए उच्च जोखिम पैदा करने वाले दिन है।
क्यों है यें दिन खतरनाक
दर्शन सिर्फ गर्मी की वजह से गर्भवती महिलाओं में निर्जलीकरण के मामले बढ़ जाते हैं। जिस वजह से उन्हें लो ब्लड प्रेशर और अन्य जटिलताओं का सामना करना पड़ता है।
कैसे रखें खुद को सुरक्षित
सबसे पहले तो अपनी हाइड्रेशन का ख्याल रखें अगर आपको प्यास ना भी लगे तब भी बार-बार पानी पीते रहें। अगर गर्भवती महिलाओं को ज्यादा पसीना आ रहा है तो इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन या फिर नारियल पानी पी सकती है । इसी के साथ सुबह दस बजे से लेकर शाम के पांच बजे के बीच घर के अंदर ही रहे। कॉटन या फिर लीलन से बने हुए हल्के कपड़े पहने। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि केवल ठंडा इंदौर वातावरण में ही सुबह को व्यायाम करें और तेज गर्मी के दौरान ब्रेक ले लेकर कम करें और शारीरिक काम ज्यादा करने से बचें।
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