Husk Free Barley : राजस्थान के किसान अब छिलका रहित जौ की खेती से फायदा उठा सकेंगे। राज्य कृषि विभाग ने इस पर काम शुरू कर दिया है और आने वाले समय में चार नई किस्में तैयार होंगी। इन नई किस्मों की खासियत यह है कि इनमें छिलका नहीं होगा, जिससे इनकी पैदावार बढ़ेगी और बाजार में इनकी मांग भी ज्यादा होगी। किसानों को इससे सीधा लाभ मिलेगा। पहले जहां जौ की बिक्री और उसकी प्रक्रिया में समय ज्यादा लगता था, अब नई किस्मों से समय और मेहनत दोनों बचेंगे। इसके अलावा, ये जौ स्वास्थ्य और पोषण के लिहाज से भी बेहतरीन मानी जाती हैं।

वैज्ञानिकों ने तैयार की चार प्रकार की जौ 

राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने चार प्रकार के जौ को तैयार किया है। खास बात यह है कि इनमें से जो तीन तरीके की जौ है उनमें छिलका नहीं है। जिसमें आरडी-3089, 3088, 3090 शामिल है। वैज्ञानिक करीब इस पर 7 से 8 सालों से रिसर्च कर रहे हैं। अगर इसकी खेती की गई तो इसके पैदावार अच्छे होंगे और मुनाफा भी ज्यादा होगा। वैज्ञानिकों की मानें तो राजस्थान में छिलका रहित जौ है।

राजस्थान में कांटेदार रेशे रहित जौ की नई किस्म का राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षण

राजस्थान में एक नई जौ की किस्म विकसित की गई है, जिसमें कांटेदार रेशे नहीं हैं। और इसकी बालियां भी खास हैं। इस नई किस्म को राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षण के लिए शामिल कर लिया गया है। वैज्ञानिकों ने हाल ही में इसे राष्ट्रीय स्तर पर इसका परीक्षण किया है। इसका 3 सालों के लिए परीक्षण होगा इसी के आधार पर आगे के लिए इसको चुना जाएगा। 

प्रदेश में पशुओं को मिलेगा अब भरपूर चारा

आपको बता दे की राजस्थान में बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जाएगी। और इसमें कांटेदार रेशे नहीं होंगे जिससे पशु आसानी से खा सकते हैं। पहले चारे के लिए हरियाणा और पंजाब पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन अब इसके खेती से प्रदेश में चारे की समस्या खत्म होगी। और पशुओं को भरपूर चारा मिलेगा। पशुपालकों के लिए भी चारा सस्ते दामों पर उपलब्ध होंगे। इसकी खेती लगभग चार लाख हेक्टेयर में की जाएगी। 

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