Bhajanlal Sharma Jamwa Ramgarh Visit: राजधानी जयपुर के पास एक जमवा रामगढ़ क्षेत्र में बाणगंगा नदी तथा रामगढ़ बांध कई सालों से स्थानीय लोगों के लिए धार्मिकता और आस्था का केंद्र बने हुए थे। बाणगंगा को पहले कभी मोक्षदायिनी भी कहा जाता था। लेकिन अब नदी और बांध दोनों ही वीरान पड़े हुए हैं। स्थानीय लोग आज भी उम्मीद लगाकर बैठे हैं कि ये ऐतिहासिक धरोहर कभी न कभी फिर से जीवन भरेंगी। रामगढ़ बांध के भराव क्षेत्र में जलेश्वर महादेव मंदिर अपने कुंड और जलभराव के लिए जाना जाता था। यहां पर अस्थियां विसर्जन करने की परंपरा भी होती थी। जयपुर, दौसा और उदयपुर के लोग अस्थियां विसर्जन के लिए आते थे।
महाभारत का किस्सा
स्थानीय लोगों की मान्यताओं के अनुसार, महाभारत काल में अर्जुन ने गंगाजल के लिए जब धरती पर बाण छोड़ा था तो, उसी स्थान से गंगा बाहर निकली थी। जिस कारण से इस नदी को बाणगंगा या अर्जुन की गंगा के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही रामगढ़ बांध का निर्माण माधोसिंह द्वितीय (जयपुर विरासत के महाराज) ने 125 साल पहले अरावली पर्वत श्रृंखला के बीच में करवाया था। पिछले 2 दशकों से इस इलाके ने पानी की कमी को महसूस किया है। पानी की कमी के कारण जलेश्वर महादेव मंदिर भी अब जलमग्न नहीं रहा और अस्थि विसर्जन की परंपरा भी कभी की बंद हो चुकी है। जो इलाका पहले पानी से भरा हुआ दिखाई देता था, वो अब पानी की सबसे ज्यादा कमी महसूस कर रहा है और सुनसान पड़ा है।
सीएम भजनलाल के दौरे से जागी उम्मीदें
गुरुवार के दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जमवा रामगढ़ के दौरे पर होंगे। उनके द्वारा "वंदे गंगाजल संरक्षण जन अभियान" शुरू किया जाएगा। अभियान के द्वारा इस ऐतिहासिक धरोहर को एक बार फिर से पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाएगा। भजनलाल शर्मा जलेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना करने के साथ साथ रामगढ़ बांध इलाके में श्रमदान भी करेंगे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दौरे के एक दिन पहले अजयपाल लांबा (जयपुर रेंज के IG), जितेंद्र सोनी (जिला कलेक्टर) और महेंद्र पाल मीणा (विधायक) जमवारामगढ़ पहुंचे और वहां पर कानून व्यवस्था और सभी प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लिया।
अभियान से लोगों को बहुत उम्मीद
सरकार के द्वारा चलाए जाने वाले इस अभियान से स्थानीय लोगों को काफी उम्मीदें हैं। लोग बाणगंगा नदी को फिर से जलमग्न देखने की कयास लगाए हुए हैं। साथ ही रामगढ़ बांध को फिर से जल से भरा हुआ देखा जा सके। अभियान से पर्यावरण संतुलन बनाने के साथ धार्मिक और ऐतिहासिक विरासत को भी जीवित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें - Date Of VDO Exam: वीडीओ को लेकर आया बड़ा अपडेट, सरकार ने भर्ती को दी मंजूरी, 31अगस्त को होगी परीक्षा