Rajasthan Tajmahal: दुनिया के सात अजूबों में से एक है आगरा का ताजमहल जिसे शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज के प्यार में बनवाया था। इस इमारत को देखने दुनियाभर से लाखों लोग आते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों यह जानते हैं कि राजस्थान के चूरू में भी एक ऐसी ही इमारत बनी हुई है, लेकिन इसे एक महिला ने अपने पति के प्यार के लिए बनवाई थी। 

70 साल पहले हुआ था इमारत का निर्माण 

राजस्थान के चूरू जिले से लगभग 35 दूर स्थित दूधवाखारा में स्थित ताजमहल जैसी इमारत को एक महिला ने अपने पति के प्यार में बनवाया था। सेठ हजारीमल की पत्नी सरस्वती ने लगभग 70 साल पहले अपने पति के लिए इस इमारत का निर्माण कराया था। बता दें कि सेठ की पत्नी और दत्तक पुत्र ने इस इमारत की बनावट ताजमहल जैसी बनवाई थी। 

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संगमरमर के पत्थर से बनाई गई है इमारत 

यहां एक प्राचीन शिव मंदिर भी स्थित है, जहां ग्रामीण सावन के महीने में खास आयोजन किया जाता है। इस अनूठी इमारत की खास बात यह है कि इसी पूरी तरह एक खास संगमरमर के पत्थर से बनाई गई है। इस इमारत को स्थानीय लोग कारीगरी का एक अनोखा नमूना मानते हैं। 

पत्थरों को जोड़कर बनाई गई इमारत

स्थानीय लोगों के अनुसार सरस्वती देवी ने अपने पति के लिए इस इमारत को बनवाने के लिए राज्य के सबसे खास कारीगर बुलाए थे। खास बात यह है कि इसको बनाने में न तो सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है और न ही बजरी का। इस इमारत का निर्माण पूरी तरह से पत्थरों को जोड़कर बनाई गई है। इसी कारण से यह इमारत किसी अजूबे से कम नहीं है। यहां सैलानियों के लिए एक धर्मशाला भी बनाया गया है। लोगों का मानना है कि यह स्थित शिव मंदिर में इंग्लैंड से मंगवाई गई इत्र से भगवान शिव का अभिषेक किया गया था।