Hanumangarh Protest: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में आज यानी 10 दिसंबर को भारी बवाल हो गया। बेकाबू भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी, जिससे कई किलोमीटर दूर से आगों का गुब्बारा और धुआं आसमान में देखा जा सकता था। पुलिस ने स्थिति से निपटने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लोगों पर लाठीचार्ज भी किया। पुलिस की लाठीचार्ज में विधायक सहित कई लोग घायल हो गए हैं।
क्यों हुआ यह विवाद?
बताया जा रहा है कि जिले की टिब्बी तहसील के राठी खेड़ा के पास एक एथेनॉल प्लांट का निर्माण किया जा रहा है, जो कि एशिया का सबसे बड़ा प्लांट होने वाला है। लेकिन यहां के लोग इस निर्माण को रोकने की मांग कर रहे हैं और इसी के खिलाफ में आज प्रदर्शन पर उतर आए। इससे भारी बवाल मच गया। हजारों की संख्या में ग्रामीण और किसान उस स्थान पर पहुंचे जहां फैक्ट्री निर्माण हो रहा है, इस भीड़ में कुछ देर तक तो भाषणबाजी का दौर चला, लेकिन जैसे ही भीड़ बेकाबू हुई प्रदर्शनकारी बैरिकेड को तोड़कर आगे बढ़ी और कई वाहनों में आग लगा दी।
संगरिया के विधायक अभिमन्यु पूनिया घायल
भीड़ फैक्ट्री की दीवार तोड़ने की कोशिश करने लगी। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लोगों पर जमकर लाठियां भी बसाई। इस घटना में 10 से 12 पुलिसकर्मी और संगरिया के विधायक अभिमन्यु पूनिया सहित कई अन्य आंदोलनकारी घायल हो गए हैं। हालात को काबू में करने के लिए पूरे बाजार को बंद करवा दिया गया और फिलहाल इस इलाके में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि इथेनॉल फैक्ट्री निर्माण के खिलाफ फैक्ट्री हटाओ क्षेत्र बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में या आंदोलन पिछले 15 महीने से चल रहा है। लेकिन बुधवार को यह काफी उग्र हो गया। धरना दे रहे हजारों लोग सीधे प्लांट की ओर बढ़े और दीवार तोड़ने का प्रयास करने लगे इसी के चलते यह पूरा विवाद शुरू हो गया।








