Jodhpur Food Safety: जोधपुर जो अपने शानदार भोजन की वजह से जाना जाता है अब मिलावट के गंभीर संकट से जूझ रहा है। दरअसल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की खाद्य सुरक्षा शाखा द्वारा 31 खाद्य नमूनों को फेल कर दिया गया है और उन के खिलाफ चालान भी पेश कर दिए गए हैं। मिलावटी वस्तुओं में घी, दूध, दही, पनीर, कुल्फी, मसाले और यहां तक की नमक भी शामिल है।
मॉल और प्रसिद्ध दुकानों में मिलावट पाई गई
जांच रिपोर्ट के मुताबिक मिलावट अब छोटे विक्रेताओं या फिर कम आय वाले इलाकों तक ही सीमित नहीं रही। पॉश कॉलोनियां, मध्यम वर्गीय मोहल्ले, बड़े मॉल और यहां तक के प्रसिद्ध दुकानों में भी अब यही धांधलेबाजी चल रही है। इतना ही नहीं बल्कि जोधपुर की कुछ सबसे प्रसिद्ध दुकानों पर बेचे जाने वाली कुल्फी भी घटिया गुणवत्ता की पाई गई है।
नमूनाकरण के परिणाम व्यापक उल्लंघन का संकेत
संयुक्त निदेशक डॉ नरेंद्र कुमार सक्सेना और सीएमएचओ डॉक्टर एस एस शेखावत के मुताबिक उपभोक्ताओं को धोखा देने के लिए अक्सर ब्रांडेड नामों के तहत ही मिलावट की जाती है। एफएसओ रजनीश शर्मा की जांच में चार में से तीन नमूने असुरक्षित और एक घटिया पाया गया है। इसी के साथ रेवत सिंह ने 7 घटिया नमूनों की सूचना दी है। विजय कंवर द्वारा एक असुरक्षित और दो घटिया नमूने पकड़े गए हैं। इसी के साथ प्रवीण चौधरी ने 13 घटिया नमूनों की पहचान की है और सुरेश माली ने चार।
घटिया बनाम असुरक्षित खाद्य पदार्थों को समझना
राज्य सरकार द्वारा मिलावट के दो प्रकार बनाए गए हैं:
घटिया खाद्य पदार्थ: वे सामान जो निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करते हैं। इन सामानों पर अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जुर्माना लगाया जाता है।
असुरक्षित खाद्य पदार्थ: वे वक्त में जो उपभोग के लिए बेकार मानी जाती हैं, स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है और संभावित मृत्यु का कारण बनती है। इनसे जुड़े मामलों की अदालत में कानूनी कार्रवाई की जाती है।
इन दुकानों पर हुई जांच
- मैसर्स बाबा रामदेव किराना एंड जनरल स्टोर, सालावास रोड, बोरानाड़ा
- श्री नारायण किराना स्टोर, ऑर्टिर्शियन कॉलोनी, मसूरिया
- महेश डिपार्टमेंटल स्टोर, भोपालगढ़ रोड, बनाड़
- न्यू दीपक किराना स्टोर, बोरुंदा
- सनसिटी होटल एंड रेस्टोरेंट, जयपुर हाईवे
इसी के साथ कई और दुकानें हैं जिन पर जांच हुई और प्रोडक्ट अनसेफ मिले।