JDA Building: जयपुर विकास प्राधिकरण ने अधिकारियों, कर्मचारी और आम जनता की सुविधा को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल जयपुर विकास प्राधिकरण अब अपने पुराने और नए भवनों को जोड़ने के लिए एक फुट ब्रिज का निर्माण करने जा रहा है। आपको बता दें कि भवन का उद्घाटन ढाई साल पहले हुआ था। लेकिन दिक्कत यह थी कि इससे पहले कोई सीधा संपर्क नहीं था। कर्मचारी और आगंतुकों को रोज परेशानी का सामना करना पड़ता था, क्योंकि उन्हें अपने सरकारी कामों के लिए दोनों भवनों के बीच आना जाना पड़ता था।

फुट ब्रिज के पीछे का कारण 

आपको बता दें कि नए भवन में अध्यक्ष,आयुक्त, सचिव और निदेशकों के साथ वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय हैं। इसी के साथ पुराने भवन में उपायुक्त और अभियंताओं के कार्यालय हैं। परेशानी की बात यह है कि हर फाइल को अनुमोदन के लिए इन कार्यालय के बीच आना-जाना पड़ता है जिस वजह से बेमतलब की देरी होती है। इतना ही नहीं बल्कि जनता को भी अलग-अलग सेवाओं के लिए दोनों भवनों के बीच आना जाना पड़ता है। फुट ब्रिज की मदद से अब यह आवागमन सुगम हो जाएगा। 

परियोजना की लागत और डिजाइन 

यह स्टील फुट ब्रिज लगभग 35 फीट लंबा बनाया जाएगा और नए भवन की पहली मंजिल को पुराने भवन की पहली और दूसरी मंजिल से जोड़ा जाएगा। इस निर्माण के लिए लगभग 25 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि अधिकारियों के वाहनों की पार्किंग के लिए भी एक बड़ा प्लास्टिक शेड बनाने का काम चल रहा है। इसके लिए 75 लाख रुपए खर्च होंगे। 

जेडीए के भवन इतिहास पर एक नजर 

आपको बता दें कि भवन की आधारशिला 2010 में रखी गई थी। इसकी शुरुआती लागत 9 करोड़ रुपए से ज्यादा थी। साथी इस जी + 2 संरचना के रूप में डिजाइन किया गया था। लेकिन निर्माण के बीच में ही डिजाइन में बदलाव की वजह से इसे बी + जी + 3 संरचना में बदल दिया गया। सरकार बदलने के बाद काम रुक गया था और बाद में अतिरिक्त मंजूरियों के साथ इसे फिर से शुरू किया गया। 

जनता और कर्मचारियों को लाभ 

फाइनल जेडीए में 135 से 145 स्थाई कर्मचारी और 50 से ज्यादा संविदा कर्मचारी हैं। इसी के साथ हर रोज 1500 से 1700 आगंतुक कार्यालय में आते हैं। फुट ब्रिज की मदद से अब सभी के लिए दोनों भवनों के बीच आना-जाना आसान हो जाएगा। इससे काम तेजी से निपटेगा और साथ ही बेहतर सार्वजनिक सेवा वितरण भी सुनिश्चित होगी।

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