Hospital Parking: जयपुर के जिन सरकारी अस्पतालों में मरीजों और उनके परिजनों को उपचार और राहत मिलनी चाहिए, वहीं लोगों से पार्किंग के नाम पर मनमानी की जा रही है। जयपुरिया और जनाना अस्पताल में ठेका संचालकों द्वारा पार्किंग शुल्क वसूली में धांधली की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। वहीं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण ठेकेदार मनमाने शुल्क वसूल रहे हैं।
बेसमेंट पार्किंग में धांधली का मामला सामने आया
सरकारी अस्पतालों में पार्किंग के नाम पर लोगों को लूटा जा रहा है। एसएमएस अस्पताल में संचालित बेसमेंट पार्किंग में धांधली का मामला सामने आया है। वहीं जनाना अस्पताल और जयपुरिया अस्पताल के पार्किंग का में भी काफी धांधली चल रही है। दोनों ही अस्पतालों के बाहर पार्किंग के नाम पर जबरन वसूली हो रही है। दुपहिया गाड़ी के ₹10 के जगह ₹20 लिए जा रहे हैं। वहीं जनाना अस्पताल में पार्किंग के शुल्क ₹10 लिखे हुए हैं, लेकिन फिर भी लोगों से ₹20 लिए जा रहे हैं। वही पार्किंग की पर्ची भी कर्मचारी वापस ले लेते हैं, जिससे कि लोग किसी भी तरह की शिकायत न कर सकें।
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पार्किंग माफिया की वसूली का शिकार हो रहे हैं
ऐसे में एक दिन में लगभग 2000 से ज्यादा गाड़ी पार्क होते हैं और हर दिन 2000 से ज्यादा गाड़ी ड्राइवर में पार्किंग माफिया की वसूली का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जाना अस्पताल की अधीक्षक डॉक्टर नूपुर लोरिया से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह अभी शादी में आई हुई हैं और अभी पार्किंग शुल्क को लेकर भी किसी भी तरह की बात नहीं कर सकती हैं।






