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Farmers Unique Id: राजस्थान में किसानों के लिए किसान विशिष्ट पहचान पत्र अनिवार्य हो गया है। अगर सरकार की सभी योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं तो यह पहचान पत्र बनवाना जरूरी है। आइए जानते हैं पूरी जानकारी।

Farmers Unique Id:  यदि आप किसान हैं और अभी तक आपने किसान विशिष्ट पहचान पत्र के लिए पंजीकरण नहीं कराया है तो आपको बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल केंद्र सरकार ने एग्री स्टेट योजना के तहत 11 अंकों का किसान विशिष्ट पहचान पत्र अनिवार्य कर दिया है। अगर आप भी प्रमुख सरकारी कृषि योजनाओं और वित्तीय लाभों का लाभ उठाना चाहते हैं तो 31 जुलाई से पहले अपना पंजीकरण पूरा कर लें। 

किसान विशिष्ट पहचान पत्र क्यों है जरूरी 

यह पहचान पत्र पूरे भारत के किसानों का एक डिजिटल पहचान पत्र है। इस पहचान पत्र की मदद से किसानों से संबंधित डाटा को केंद्रीकृत किया जाता है ताकि सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता और लक्षित वितरण सुनिश्चित हो सके। अब बिना इस पहचान पत्र के कोई भी किसान निम्नलिखित लाभों का लाभ नहीं उठा पाएंगे। 

किन दिक्कतों का करना पड़ेगा सामना

सबसे पहले तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 6 हजार रुपए की सहायता बंद हो सकती है। इसके अलावा फसल बीमा का लाभ भी लागू नहीं होगा। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि किसान कृषि ऋण या किसान क्रेडिट कार्ड के लिए पात्र नहीं होंगे। इसके अलावा खरीद केंद्रों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तक भी पहुंच नहीं होगी। किसी के साथ फसल सर्वेक्षण और सरकारी सब्सिडी जैसी प्रमुख प्रक्रियाएं भी रुक जाएगी। 

स्थानीय स्तर पर पंजीकरण जारी 

राजस्थान की बापिणी तहसील और उप तहसील मतोड़ा में प्रशासन में पंजीकरण के लिए किसानों की सुविधा के अनुसार स्वच्छता शिविर शुरू किए हैं। किसान इन शिविर में जाकर या फिर अपने स्थानीय ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी या कृषि पर्यवेक्षक से संपर्क कर सकते हैं।

नए लाभार्थियों के लिए विशेष अवसर 

जिन भी किसानों ने अभी तक पीएम किसान योजना में नामांकन नहीं कराया है वह भी इस अवसर का इस्तेमाल करके किसान विशिष्ट पहचान पत्र और पीएम किसान दोनों के लिए एक साथ पंजीकरण कर सकते हैं। यह सभी कार्य 31 जुलाई से पहले करने हैं।

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