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Eco Friendly Products By Prisoners : बीकानेर जेल के कैदी अपनी सजा काटने के दौरान घरेलू जरूरत के सामान अपने हाथों से बना रहे हैं। इस जेल में कपड़ा निर्माण का कार्य शुरू किया गया है।

Eco Friendly Products By Prisoners : केन्द्रीय व राज्य कारागारों में सजा काट रहे कैदियों को एक अच्छा जीवन जीने की प्रेरणा देने के लिए प्रशासनिक स्तर पर उनके लिए बहुत से ऐसे कार्य शुरू किए गए हैं जिससे वो मेहनत करके कमाना सीखते हैं और समाज और देश के लिए अपना योगदान भी देते हैं। ऐसे ही बीकानेर जेल के कैदी अपनी सजा काटने के दौरान घरेलू जरूरत के सामान अपने हाथों से बना रहे हैं। इस जेल में कपड़ा निर्माण का कार्य शुरू किया गया है। इस कपड़ा निर्माण इकाई में कैदी प्रतिदिन घंटों काम करते हैं। ये उत्पाद दूसरी जेल में भी भेजा जाता है। तथा इनको आम नागरिकों तक भी पहुंचाया जाएगा। कैदियों के इस काम को प्रोत्साहन देने के लिए जिला कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शनी लगाई गई है। इसी प्रकार नगर के मसाला चौक में इन उत्पादों की बिक्री के लिए एक परमानेंट शॉप खोल दी गई है और यहां पुलिस कर्मचारियों को बिक्री संबधी काम के लिए रखा गया है जबकि प्रदर्शनी में पुलिस व कैदी मिलकर इन उत्पादों को बेच रहे हैं।

जेल में तैयार किए जा रहे विभिन्न उत्पाद

कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद हैं लोहे का पीढ़ा, मसाले, कपड़े, दरिया, कुर्ते, फिनायल, इको फ्रेंडली पेन, हाथ से बनाई गई पेंटिंग, सिंक झाड़ू जैसी दैनिक उपयोग की वस्तुएं। ये सभी वस्तुएं कैदियों ने अपने हाथों से बनाई हैं।

कैदियों के लिए उचित प्रशिक्षण व भुगतान

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीकानेर मंडल की जेल में एक हजार से भी ज्यादा कैदी हैं। इनमें 600 से अधिक सजा काट रहे हैं। खादी और सूती कपड़ों के निर्माण कार्य के लिए पहले चरण में 8 कैदियों का चयन किया गया है। इनको कपड़ा बनाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। अब ये कैदी कुशलतापूर्वक कपड़े बनाने का काम कर रहे हैं। इस काम के लिए उन्हें पारिश्रमिक के तौर पर 159 रुपए डेली दिए जा रहे हैं। इस काम से कैदियों को रोजगार तो मिला ही है बल्कि आत्मनिर्भर बनने से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

उत्पादों की कीमत

प्रदर्शनी और दुकान में बिकने वाले सभी उत्पादों के मूल्य तय कर दिए गए हैं। सिंक झाड़ू की कीमत 24 रुपये रखी गई है, वहीं धनिया पाउडर 140 रुपये प्रति किलो और हल्दी पाउडर 220 रुपये प्रति किलो में उपलब्ध है। सूती सफेद कपड़ा 80 रुपए मीटर, लोहे का चूल्हा 778 रूपए, इमामदस्ता 203 रूपए, गमला स्टैंड 337 रुपए में बेचा जा रहा है। मशीन से ज्यादा इसकी क्वालिटी अच्छी है।

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