SMS Hospital Jaipur: बाल चिकित्सा मधुमेह देखभाल में सुधार की दिशा में जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज ने एक बड़ा कदम उठाया है। दरअसल जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग में मधुमेह उत्कृष्ट केंद्र का उद्घाटन किया गया है। इस केंद्र से टाइप 1 मधुमेह से पीड़ित बच्चों को काफी सहायता मिलेगी। इस केंद्र में निशुल्क निदान और उपचार के साथ सभी व्यापक सहायता प्रणाली एक ही छत के नीचे मौजूद रहेंगी।
निशुल्क मधुमेह देखभाल
इस केंद्र में टाइप 1 मधुमेह वाले बच्चों के लिए संपूर्ण जांच, निदान और उपचार सेवाएं मौजूद रहेंगी। रोगियों को लंबे और काम दोनों समय तक काम करने वाला इंसुलिन, ग्लूको मीटर, ग्लूको स्ट्रिप, लैंसेट और एसएमबीजी लॉग बुक पूर्ण रूप से निशुल्क दी जाएगी। इससे यह साबित होता है कि परिवारों को अपनी जेब से कोई भी पैसा नहीं देना होगा। इसके अलावा इस चीज की भी जांच होगी जो मधुमेह के लिए जिम्मेदार साबित हो रही है।
जिला अस्पतालों के लिए प्रशिक्षण और नीति विकास
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर दीपक माहेश्वरी के मुताबिक यह केंद्र प्रशिक्षण केंद्र के रूप में भी कार्य करेगा। जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों को जांच और उपचार करने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि यह केंद्र बाल चिकित्सा मधुमेह के मामलों के लिए एक वन स्टॉप समाधान साबित होगा।
राजस्थान का मधुहारी मॉडल राष्ट्रीय स्तर पर होगा लागू
दरअसल यह पहल राजस्थान के मिशन मधुहारी मॉडल का ही एक विस्तार है। यह मॉडल राज्य भर में 70 स्वास्थ्य सेवा संस्थाओं और 61 जिला अस्पतालों में काफी अच्छी तरीके से सक्रिय है। अब राजस्थान में चल रहा है मॉडल देश के बाकी राज्यों के साथ भी जुड़ने को तैयार हो रहा है। राजस्थान में मधुमेह से पीड़ित बच्चों के लिए इस कदम को उठाते हुए सुधार की दिशा में एक नेक कार्य किया है।
इसे भी पढ़े:- RGHS: राजस्थान में आरजीएचएस में महंगी दवाओं पर लगेगा प्रतिबंध, विशेषज्ञ समिति से सरकार तय करेगी अधिकतम मूल्य