Railway Employees Healthcare: राजस्थान में सभी क्षेत्रों में कर्मचारियों को सुविधा प्रदान किए जाने को लेकर लगातार उनके लिए नई-नई घोषणाएं की जा रही हैं। इन घोषणाओं को लेकर प्रशासन द्वारा निरंतर निर्देश भी दिए जा रहे हैं। अब रेलवे के कर्मचारियों के लिए किसी भी अस्पताल में इलाज करवाना बहुत आसान होगा, साथ ही निशुल्क इलाज भी किया जाएगा।
रेलवे कर्मचारियों को फ्री इलाज
राजस्थान में रेलवे कर्मचारियों को लेकर एक घोषणा की गई है। जिसमें रेलवे के कर्मचारी अपना इलाज निशुल्क करवा सकेंगे। इसमें 48 हजार कर्मचारियों के साथ 58 हजार रिटायर्ड कर्मचारियों को इस घोषणा का फायदा मिलेगा। इस घोषणा को लेकर रेलवे के कर्मचारियों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।
निजी अस्पतालों में रेफरल के लिए वैध उम्मीद कार्ड
रेलवे के अस्पताल से श्रेणीबद्ध निजी अस्पतालों में मरीजों को इलाज के लिए रेफरल किया जाएगा, जिसकी रेफरल किए जाने की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जाएगा। इस सुविधा को प्रदान किए जाने को लेकर उत्तर पश्चिम के रेलवे सहित सभी जोनल रेलवे को निर्देश दिए गए हैं। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए मरीजों के पास अपना वैध उम्मीद कार्ड बना हुआ होना जरूरी है।
ऑनलाइन रेफरल के फायदे
रेफरल को ऑनलाइन किए जाने का फायदा यह होगा कि अगर रेलवे के किसी भी कर्मचारी गंभीर हालत में रेलवे अस्पताल में नहीं जाते हैं तो वे रेलवे से जुड़े निजी अस्पतालों में जाकर अपना इलाज करवा सकते हैं। वहीं किसी बीमारी में रेलवे के लिए चुने गए निजी अस्पतालों में रेफर होने के लिए रेलवे अस्पताल में आकर रेफर करवाना पड़ता है।
इससे ऑनलाइन रेफरल से मरीज को या उसके साथ आए परिजनों को अस्पताल में पर्ची को इधर-उधर लेकर ले जाने से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही रेफर किए जाने की अवधि को 3 दिन से बढ़ाकर 30 दिन कर दिया जाएगा। वहीं कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए यह अवधि 90 दिन की रखी गई हैं।
कैसे होगा ऑनलाइन रेफरल?
निजी अस्पतालों में ऑनलाइन रेफरल के लिए मरीजों को अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को शेयर करना होगा। इस ओटीपी को भेजते ही मरीज का सत्यापन किया जाएगा। इस सत्यापन के बाद ही मरीज को निजी अस्पतालों में इलाज की स्वीकृति प्रदान की जाएंगी।
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