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RUHS में रिम्स में विलय करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी जारी है। इस फैसले से आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज की जमीन, भवन, अस्पताल और प्रयोगशालाएं रिम्स भी शामिल हो जाएंगी।

आरयूएचएस को रिम्स में विलय करने के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है, जिससे संकाय का भविष्य अधर में लटक गया है। संकाय कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, उनका दावा है कि इस फैसले से आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज की जमीन, भवन, अस्पताल और प्रयोगशालाएँ रिम्स में शामिल हो जाएँगी, लेकिन संकाय और कर्मचारी इससे बाहर हो जाएँगे।

सरकारी चिकित्सा शिक्षा विभाग में छह महीने में होंगे शामिल

रिम्स गजट के अनुसार, आरयूएचएस के संकाय को छह महीने के भीतर सरकारी चिकित्सा शिक्षा विभाग में शामिल होने का विकल्प देना होगा और एक स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष उपस्थित होना होगा। शामिल होने के बाद, उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज में तैनात किया जाएगा। यही संकाय के गुस्से का कारण है।

अध्यक्ष डॉ. प्रह्लाद धाकड़ ने सरकार के फैसले को बताया सही

आरयूएचएस के मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रह्लाद धाकड़ ने कहा कि रिम्स बनाने का सरकार का फैसला सही है, लेकिन रिम्स की वजह से ही पिछले 12 सालों से संचालित आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज का उन्नयन और पुनर्निर्माण किया जा रहा है। आरयूएचएस के भवन, जमीन, उपकरण और अन्य सुविधाओं का उपयोग किया जा रहा है। इसलिए, यहाँ कार्यरत कर्मचारियों को वहीं समायोजित किया जाना चाहिए।

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