Kishangarh: गांव की बेटियों को सशक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से गांव की बेटी, समृद्ध बेटी योजना की शुरुआत की जाएगी। इसकी शुरुआत राजस्थान किशनगढ़ के मदनगंज स्थित राजकीय कॉलेज से की जाएगी। इस योजना के तहत गांव की बेटियों को कॉलेज में डिग्री के साथ साथ जीवन उपयोगी और आजीविका उन्मुख बनाने के लिए फ्री ट्रेनिंग भी कराई जाएंगी।
28 जुलाई को आयोजित किया जाएगा कार्यक्रम
जानकारी के लिए बता दें कि नवाचारी सामाजिक पहल रोजगारोन्मुखी निशुल्क कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 28 जुलाई को किया जाएगा। इस संबंध में प्राचार्य जेपी शुक्ला ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार गांव की बेटियों को शिक्षा के साथ साथ रोजगार के भी अवसर देने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
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एलुमिनाई एसोसिएशन के सचिव महेंद्र पाटनी के आग्रह से रोजगारोन्मुखी निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। भामाशाह डॉ. वीके जैन, डॉ. महावीर बोहरा और डॉ. बनवारी शर्मा के द्वारा दिए जाने वाले पायदान समेत दस सिलाई की मशीनों के सेट का अवलोकन किया गया है।
समाज में आएगा सकारात्मक बदलाव
आपणी बेटी समृद्ध बेटी योजना को भामाशाह, एलुमिनाई एसोसिएशन और कॉलेज के साक्षा प्रयास व सहयोग से संचालित किया जाएगा। इस योजना से न केवल युवतियों को रोजगार के नए मौके मिलेंगे, बल्कि उनके परिवार व समाज में भी सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। साथ ही यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण और आर्थिक विकास की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है, जो भारत को विकसित बनाने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है।
तीन से छह माह का होगा कोर्स
गांव की 16 से लेकर 21 साल की युवतियों को रोजगार के अवसर देने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत तीन से छह माह तक व्यवसायिक कोर्स कराए जाएंगे। इस दौरान महिलाओं को कढ़ाई, बुनाई के माध्यम से सामान तैयार करना सिखाया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर और रोजगार योग्य बनाना है।