Rising Rajasthan: राजस्थान विशाल खनिज संसाधनों, राजनीतिक अवस्थिति और निवेश उन्मुख नीतियों के दम पर वैश्विक मंच पर एक बिजनेस हब के रूप में उभर रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिति के तहत 35 लाख करोड़ रुपए के निवेश समझौता की प्रगति पर चर्चा की है। उनके द्वारा इस सम्मेलन को राज्य के विकास के लिए एक मील का पत्थर बताया गया है। 

समझौतों के कार्यान्वयन में तेजी

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं कि समझौते का समय पर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए भूमि आवंटन के साथ-साथ सभी प्रक्रियाओं में तेजी लाई जाए। उनके द्वारा अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि यदि निवेशकों को उनकी पसंदीदा जगह पर जमीन नहीं मिलती है तो उन्हें वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराएं जाएं। उन्होंने कहा कि छोटे निवेश भी स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं के लिए काफी ज्यादा मूल्यवान होते हैं क्योंकि यह रोजगार सृजन का आधार बनते हैं। 

खनन और पर्यटन विकास इंजन 

राजस्थान के विकास के दोहरे प्रेरक के रूप में कारण और पर्यटन को मुख्यमंत्री ने स्थापित करते हुए राज्य के खनिज संसाधनों का विस्तृत सर्वेक्षण करने का भी आह्वान किया। इसी के साथ उन्होंने पेट्रोकेमिकल्स और पर्यटन क्षेत्र वशिष्ठ पूर्व शिखर सम्मेलन आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा। आगे उन्होंने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आतिथ्य क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान के किलों, महलों और हवेलियों को और विकसित करके राजस्थान के ऐतिहासिक आकर्षण को बढ़ाने के लिए भी जोर दिया।

राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कांक्लेव 

इस साल दिसंबर में जयपुर में राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कॉन्क्लेव आयोजित की जाएगी। इसके लिए तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस कांक्लेव में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों की प्रगति को प्रस्तुत किया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास को भी प्रदर्शित किया जाएगा और साथ में क्षेत्रीय विशेषताओं को उजागर करने के लिए एक जिला एक उत्पाद प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा।

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