Rajasthan Govt Scheme: सीएम भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार प्रदेश के गांवों को प्लास्टिक मुक्त करने की ओर एक अहम और सराहनीय कदम उठाया गया है। इसके तहत प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत में बर्तन बैंक स्थापित करने की शुरुआत की गई है। प्रदेश की यह लाभदायक योजना देशभर में एक प्रेरणादायक मॉडल के रूप में उभर सकती है।
भरतपुर के इस गांव में स्थापित हुआ बर्तन बैंक
राज्य सरकार की इस योजना के तहत भरतपुर के हथेनी ग्राम पंचायत में बर्तन बैंक की स्थापना की गई। राजिविका समूह की महिलाओं के लिए इस पायलट प्रोजेक्ट का शुभारम्भ किया गया। राज्य के गांवों को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने की ओर यह अहम कदम है। इस बर्तन बैंक में स्टील के बर्तनों का एक सेट होगा, जिसमें एक थाली, एक गिलास, एक चमच्च और तीन कटोरी होगी। यह बर्तन ग्राम पंचायत में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित रेट पर दिए जाएंगे।
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प्लास्टिक कचरे से मुक्ति की ओर बड़ा कदम
जिला परियोजना समन्वयक विमल शर्मा ने भरतपुर के हथेनी ग्राम पंचायत में बर्तन बैंक का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि इस कदम का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे से मुक्ति के लिए गांव वालों को जागरूक करना है। उन्होंने आगे कहा कि सीएम भजनलाल सरकार की यह योजना मील का पत्थर साबित होगी। बता दें कि इस कार्यक्रम के दौरान समन्वयक पंचायत समिति सेवर अमरेन्द्र सिंह, रोहित जैन, ग्राम विकास अधिकारी हथैनी मनीष सिंह समेत अन्य ग्रामीण शामिल हुए।
जलवायु परिवर्तन और प्लास्टिक प्रदूषण से लड़ने में मिलेगी मदद
राजस्थान सरकार की इस योजना से ना केवल प्लास्टिक की निर्भरता घटेगी बल्कि जलवायु परिवर्तन व प्लास्टिक प्रदूषण से लड़ने में भी मदद मिलेगी। इस योजना का उद्देश्य प्रदेश के गांवों को स्वच्छ, पर्यावरण-अनुकूल व सशक्त करना है। साथ ही सामाजिक आयोजनों के दौरान प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म कर पर्यावरण को बचाने के लिए भी ये एक बड़ा कदम माना जा रहा है।