Rajasthan Education: राजस्थान में शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 3 से 8 तक के छात्रों की पठन क्षमता में सुधार लाने के उद्देश्य से एक बड़ा और विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है। इस अभियान का नाम है शिक्षित राजस्थान अभियान। आपको बता दें कि इस अभियान को 5 सितंबर से शुरू किया गया है और यह 90 दिनों तक चलेगा।
संरचित कार्य योजना के साथ कमजोर विद्यार्थियों पर ध्यान
आपको बता दें कि शिक्षा विभाग के एसीबीईओ का कहना है कि यह अभियान 12 हफ्तों की क्रमिक कार्य योजना के मुताबिक कमजोर विद्यार्थियों को व्यवस्थित तरीके से लक्षिण करेगा। इसी के साथ विद्यार्थियों को उनकी विशिष्ट कठिनाइयों के आधार पर तीन समूह में बांटा गया है:
वे विद्यार्थी जिन्हें अक्षरों और स्वरों को पहचानने में दिक्कत हो रही है।
- वे विद्यार्थी जिन्हें शब्दों को पढ़ने में दिक्कत हो रही है।
- वे विद्यार्थी जिन्हें वाक्य और सरल पाठों को पढ़ते समय दिक्कत होती है।
- पठन प्रवाह के लिए समर्पित विशेष पीरियड
आपको बता दें कि विद्यालय के स्तर पर हर रोज दो विशेष पीरियड्स सिर्फ भाषा पठन प्रभाव को बढ़ाने के लिए समर्पित होंगे। इसके बाद एक संतुलित शैक्षणिक कार्यक्रम सुनिश्चित होगा।
मेगा अभिभावक शिक्षक बैठक
आपको बता दें कि अभियान में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से सभी सरकारी स्कूलों में 8 सितंबर को एक मेगा अभिभावक शिक्षक बैठक आयोजित होने जा रही है। राज्य शिक्षक संघ के प्रवक्ता राजीव चौधरी ने कहा कि इस बैठक के वक्त अभिभावकों को अपने बच्चों की पठन दक्षता का आकलन करने का मौका मिलेगा।
शिक्षा निदेशक ने निर्देश दिया है कि अभिभावकों की उपस्थिति शाला दर्पण पोर्टल पर दर्ज की जाएगी और साथ ही लगातार संचार सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों के व्हाट्सएप ग्रुप भी सक्रिय रहेंगे।