Rajasthan Education: राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग द्वारा भारत भर के 436 आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय को आधिकारिक रूप से मान्यता दे दी गई है। इस मान्यता में राजस्थान के छह सरकारी और दो निजी आयुर्वेद महाविद्यालय भी शामिल हैं। इस कदम के बाद राज्य के छात्र एक मानकीकृत राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त ढांचे के तहत आयुर्वेद में बीएएमएस और एमडी या एमएस पाठ्यक्रम में शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे। 

राजस्थान में मान्यता प्राप्त महाविद्यालय 

राजस्थान में मान्यता प्राप्त सरकारी महाविद्यालय में जयपुर का राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, उदयपुर का मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, जोधपुर का आयुर्वेद महाविद्यालय, जयपुर के सांगानेर का राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, बीकानेर का राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय और कोटा का राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय शामिल हैं। इतना ही नहीं बल्कि राजस्थान के दो निजी आयुर्वेद महाविद्यालय को भी मान्यता दी गई है। 

प्रवेश के लिए नीट अनिवार्य 

इस साल प्रवेश प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव किया गया है। दरअसल किसी भी मान्यता प्राप्त आयुर्वेद महाविद्यालय में प्रवेश लेने के लिए नीट स्कोर अनिवार्य कर दिया गया है। यानी की प्रवेश पाने के इच्छुक छात्रों को अब अपनी सीट के लिए नीट परीक्षा को पास करना होगा। 

आयुर्वेद महाविद्यालयों का राष्ट्रीय परिदृश्य 

एनसीआईएसएम ने 25 राज्यों में आयुर्वेद महाविद्यालय को मान्यता दी हैं। इसमें मध्य प्रदेश के 32, छत्तीसगढ़ के 7,  बिहार के 4 महाविद्यालय शामिल हैं। मान्यता प्राप्त महाविद्यालय में आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, जम्मू कश्मीर, पोंडिचेरी, नई दिल्ली, मेघालय, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, उड़ीसा, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल भी शामिल हैं।

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