Importance of Applying Turmeric: हिन्दू धर्म में शादी को बहुत पवित्र माना गया है, जिसमें कई विशेष तरह के रीति-रिवाजों और परंपराओं को निभाया जाता है। सनातन धर्म में शादी 16 संस्कारों में से एक है, जिसका विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म में केवल फेरे और सिंदूर भरने से शादी नहीं होती है, उससे पहले भी कई तरह के रिवाजों को निभाते हैं। शादी में निभाई जाने वाले रिवाजों को लेकर लोगों का अटूट विश्वास जुड़ा हुआ है। 

शादी में हल्दी का महत्व

शादी में हल्दी लगाने को बहुत शुभ माना जाता है, जिसमें शादी से पहले ही दूल्हा और दुल्हन को हल्दी लगाई जाती है। हल्दी को मसाले के रूप में भी उपयोग किया जाता है, जिसमें अनगिनत फायदे हैं। हल्दी की जिक्र कई वेदों में भी किया गया है। जिसमें हल्दी को इतना पवित्र बताया गया है कि इसे पूजा- पाठ की  सामग्री में भी उपयोग किया जाता है। हल्दी हमारे आंतरिक शरीर के साथ बाहरी त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होती है और हमें अपनी संस्कृति से जुड़े रहने को दर्शाती है। 

त्वचा के साथ आत्मा की शुद्धता

हल्दी को लोगों के द्वारा अपनी त्वचा पर लगाया जाता है, जिससे की उनकी स्किन निखरती है। एक कारण ये भी है कि शादी में सबका ध्यान दूल्हा और दुल्हन पर होता है। जिसकी वजह से उन्हें सुंदर दिखना भी जरुरी होता है। दो परिवारों के लिए शादी उनके जीवन का सबसे यादगार लम्हा होता है। हल्दी से न केवल त्वचा को साफ किया जाता है, बल्कि आत्मा को भी शुद्ध किया जाता है। हल्दी एक नए जीवन के शुरू होने का संकेत हैं। 

भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाती हल्दी

हल्दी लगाना केवल एक रस्म नहीं है, बल्कि एक भावना है। जिसमें सभी लोग दूल्हा- दुल्हन को अपने हाथों से हल्दी लगाकर आशीर्वाद देते हैं। वहीं इस दिन परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिलकर इस भावना को महसूस करते हैं।

बुरी नजर से बचाती है हल्दी 

हल्दी को शादी से पहले इसलिए भी लगाया जाता है, क्योंकि शादी के दौरान दूल्हा और दुल्हन को नजर लगने की संभावना होती है। इस वजह से परिवार की बुजुर्ग महिलाओं के द्वारा दूल्हा- दुल्हन को नजर से बचाने के लिए भी हल्दी लगाई जाती है। जिससे कोई भी नकारात्मक शक्ति दूल्हा और दुल्हन को नुकसान न पहुंचा सकें।

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