Rajasthan Sports News: राजस्थान में खेल के क्षेत्र में कई बदलाव और सुधार किए जा रहे हैं। जिसकी वजह से खिलाड़ियों को फायदा भी मिला। वहीं इसके साथ ही कुछ ऐसे बदलाव भी है, जिनसे उनको समस्याओं का सामना करना पड़ा। बता दें कि पुराने नियमों से एमओयू से आरसीए को कई तरह के लाभ भी मिलते थे, लेकिन अब एमओयू के नहीं होने से आरसीए को कई लाभ से दूर रखा जाएगा।
एमओयू नहीं होने से आरसीए बना किराएदार
राजस्थान के जयपुर शहर में क्रिकेट की पिच पर राजस्थान राज्य स्पोर्ट्स काउंसिल से आरसीए हार गया है। बता दें कि जब ये स्पोर्ट्स काउंसिल से एमओयू हुआ था। जिसमें उस समय आरसीए को पूरे साल भर के लिए केवल 50 लाख में मालिकाना हक मिल गया था। वहीं SMS स्टेडियम के मुख्य ग्राउंड और एकेडमी ग्राउंड को सबलेट करने का भी अधिकार आरसीए के पास था। लेकिन अब सरकार के द्वारा नियमों में बदलाव किए जाने को लेकर आरसीए किराएदार है।
खिलाड़ियों की इंटरनेशनल सुविधाओं पर प्रभाव
बता दें कि अब ऑफिस ही नहीं बल्कि मैच खेलने के साथ फिटनेस शिविर और कैम्प तक का भी किराया आरसीए के द्वारा स्पोर्ट्स काउंसिल को भुगतान करना होगा। वहीं स्पोर्ट्स काउंसिल से एमओयू नहीं होने की वजह से इसका सीधा असर एसएमएस में होने वाले मैच पर पड़ेगा। मैच के साथ खिलाड़ियों की इंटरनेशनल सुविधाओं पर भी एमओयू नहीं होने का असर पड़ेगा। इसके साथ इस पहल के किए जाने की वजह से एसएमएस में होने वाले मैच को अन्य जगहों पर शिफ्ट होंगे।
पहले एमओयू से आरसीए को फायदे
पहले एमओयू से आरसीए की वजह से 50 लाख में ही मालिकाना हक प्राप्त कर लेते हैं।
इंटरनेशनल -आईपीएल मैच में 30 लाख हर साल बचते थे।
थर्ड पार्टी से आरसीए 30 लाख का फायदा मिलता था।
आरसीए एकेडमी होटल-रेस्टोरेंट से 30 लाख का लाभ
होटलों में खिलाड़ियों को 40 प्रतिशत की छूट
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