Rajasthan Satyanarayan Temple: राजस्थान में की मंदिर ऐसे हैं, जिनकी अनोखी मान्यताओं की वजह से राजस्थान को जाना जाता है।अनोखी मान्यताओं के कारण ही इस मंदिरों को लेकर लोगों की अटूट आस्था जुड़ी हुई है। राजस्थान कई मंदिर तो ऐसे है, जहां पहुंचने का मार्ग इतना कठिन होता है कि वहां पहुंचना में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन इतने कठिन मार्ग होने के बावजुद भी इन मंदिरों में भक्तों की भीड़ हर समय देखने को मिल जाती है।
नागौर का अनोखा हनुमान मंदिर
राजस्थान में नागौर के कोयल गांव में सत्यनारायण भगवान और बाल हनुमान जी का अनोखा मंदिर मौजूद है। इस मंदिर को लेकर लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। इस मंदिर में सत्यनारायण भगवान के साथ हनुमान जी के बाल रुप को विराजमान किया गया है। वहीं बता दें कि ये मंदिर 250 साल पुराना एक ऐसा मंदिर है, जिसकी अपनी एक अलग और विशेष मान्यता है। जिसकी वजह से इस मंदिर का भक्तों के बीच ओर अधिक महत्व बढ़ा।
दर्पण में करते हैं भक्त दर्शन
मंदिरों में भक्तो के द्वारा भगवान की प्रतिमा को आमने- सामने से किया जाता है। यानी की जो भी किसी मंदिर में जाता है, तो उसके द्वारा भगवान के दर्शन अपने नेत्रों से प्रतिमा का किया जाता है। लेकिन आपको शायद ही राजस्थान के एक ऐसे मंदिर के बारें में पता होगा। जिसमें दर्शन हनुमान जी दर्शन उनकी प्रतिमा का नहीं किया जाता है। बल्कि दर्पण में उनके प्रतिबिंब का दर्शन किया जाता है।
इस मंदिर में डिप्रेशन दूर
इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि इस मंदिर में जाने से और हनुमान जी के बाल रुप के दर्शन करने से भक्तों की मानसिक स्थिति ठीक होती है। इसके साथ ही जो भी भक्त डिप्रेशन में हैं या फिर व्यवसाय में घाटा सभी समस्याएं इस मंदिर में जाकर दूर हो जाती है। बता दें कि इस मंदिर में हताश लोग जाते हैं, लेकिन लौटते समय उनके चेहरे पर एक मुस्कान होती है।
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