Ganesh Chaturthi: गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर के प्रसिद्ध मोती डूंगरी गणेश मंदिर में सपत्नीक दर्शन किए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुद्धि, समृद्धि और विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना की और साथ ही राजस्थान की प्रगति, शांति और विकास के लिए आशीर्वाद भी मांगा।
गणेश चतुर्थी आस्था और नई शुरुआत का पर्व
गणेश चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार भारत के सबसे प्रसिद्ध त्योहार में से एक है। महाराष्ट्र में इस त्यौहार को काफी धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन राजस्थान में भी इस दिन भगवान गणेश की खास पूजा अर्चना की जाती है। मंदिरों को फूलों से सजाया जाता है और मोदक बनाए जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान गणेश विघ्नों को दूर करते हैं और सभी प्रयासों में सफलता सुनिश्चित करते हैं।
जयपुर के सबसे प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थलों में से एक मोती डूंगरी गणेश मंदिर में भक्त मोदक व लड्डू का भोग लगाते हैं। गणेश चतुर्थी के दौरान यहां हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस बार अच्छी बारिश हो रही है और साथी हमारा प्रदेश हरियालो राजस्थान की ओर आगे बढ़ रहा है। इसी के साथ किसान, महिला, युवा और गरीब के विकास से विकसित राजस्थान के संकल्प को भी रफ्तार मिल रही है।
मुख्यमंत्री का आध्यात्मिक भाव
अपनी धार्मिक यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री बादल लाल शर्मा ने राज्य के लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थना की और साथ ही नागरिकों के लिए शांति और समृद्धि की भी कामना की। जयपुर में स्थित यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित सबसे पूजनीय मंदिरों में से एक है। भक्तों का मानना है कि इस दिन मोती डूंगरी में प्रार्थना करने से दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
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