rajasthanone Logo
Udaipur Lakes: उदयपुर को झीलों का शहर भी कहा जाता है। आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं उन पांच झीलों के बारे में जिनको देखकर आप मंत्र मुग्ध हो जाएंगे।

Udaipur Lakes: पहाड़ियों के बीच बसा उदयपुर एक ऐसी जगह है जो पर्यटकों को मंत्र मुग्ध कर देता है। चाहे महल हों मंदिर हों या फिर यहां की झील, यहां के खूबसूरती देखते ही बनती है। आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं उदयपुर के पांच ऐसी झीलें जिनकी सुंदरता के कायल विदेशी पर्यटक भी हैं। 

राजसमंद झील 

यह झील उदयपुर से 66 किलोमीटर दूर है। इस झील का निर्माण 17वीं शताब्दी में महाराणा राज सिंह द्वारा किया गया था। यह झील 16 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। इस झील का निर्माण मूल रूप से सिंचाई और पीने के पानी की आपूर्ति के लिए किया गया था। यह झील संगमरमर के मंदिरों और शांत घाटों से घिरी हुई है।  सूर्यास्त के समय यह झील और भी खूबसूरत नजर आती है। 

उदय सागर झील 

उदयपुर के संस्थापक महाराणा उदय सिंह द्वारा यह झील 1565 में बनवाई गई थी। यह झील शहर से मात्र 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस झील का उद्देश्य भी जल की आपूर्ति करना था। वर्तमान में यह एक शांतिपूर्ण विश्राम स्थल बन चुका है। इस झील की लंबाई 4 किलोमीटर है और चौड़ाई ढाई किलोमीटर है। शानदार पहाड़ियों से घिरी हुई यह झील एक मनोरम दृश्य प्रदान करती है।

स्वरूप सागर झील 

इस झील को कुम्हारिया तालाब के नाम से भी जाना जाता है।  1842 और 1861 के बीच निर्मित इस झील का उद्देश्य है फतेहसागर झील और पिछोला झील के बीच जल स्तर को विनियमित करना था। आज भी झील अपने इस उद्देश्य को पूरा कर रही है। चार गेट वाला इसका बांध मानसून के दौरान और भी खूबसूरत लगता है। 

पिछोला झील 

यह झील उदयपुर की सबसे प्रतिष्ठित झील है। इस झील का निर्माण 14वीं शताब्दी में किया गया था। इस झील की खास बात यह है कि यहां पर जग मंदिर और लेक पैलेस बना हुआ है। पर्यटक यहां पर आसपास के दृश्यों का आनंद लेते हुए झील के पार शांतिपूर्ण नाव की सवारी करते हैं। सूरज डूबने के साथ ही यह झील एक सुनहरे दर्पण के रूप में बदल जाती है। यह दृश्य पर्यटकों को मंत्र मुग्ध कर देता है।

दूध तलाई झील 

यह झील पिछोला झील के ठीक बराबर में है। दूध तलाई का अर्थ होता है दूध का तालाब। इसका यह नाम इसलिए पड़ा क्योंकि इसके सतह पर सफेद झाग बनते हैं। इसी के पास में ही करणी माता मंदिर तक जाने के लिए रोपवे की भी व्यवस्था उपलब्ध है।

इसे भी पढ़ें- मुख्यमंत्री अवधिपार ब्याज राहत योजना 2025-26: राजस्थान की भजनलाल सरकार की लागू, जानें कौन ले सकता है लाभ

5379487