Master Plan Sikar 2041: सीकर शहर व्यापारियों, किसानों और स्थानीय संगठन द्वारा मास्टर प्लान 2041 के विरोध में पूरी तरह बंद रहेगा। ट्रेड यूनियन के मार्गदर्शन में बाजार बंद रहे, जबकि अस्पताल, दवा की दुकानें, पेट्रोल पंप, स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान जैसी आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है।
बंद का व्यापक समर्थन
बंद को जिला सीकर व्यापार महासंघ, सीकर व्यापार संघ, कांग्रेस, माकपा, भाकपा, राष्ट्रीय लोक दल, बार एसोसिएशन, किसान सभा, खेत मजदूर संघ, जनवादी नौजवान सभा, एसएफआई और किसान क्रांति संघ सहित 14 प्रमुख संगठनों से समर्थन मिला है। समर्थकों द्वारा मास्टर प्लान के प्रभाव पर चर्चा करने के लिए और साथ ही आगे के रणनीति बनाने के लिए जाट बाजार में एक महत्वपूर्ण बैठक की जा रही है। इस बैठक से पहले एक ट्रैक्टर रैली के रूप में सड़कों पर प्रदर्शन भी किया गया।
6 हजार से ज्यादा आपत्तियां दर्ज
संघर्ष समिति के संयोजक एडवोकेट सूरजभान सिंह के मुताबिक मास्टर प्लान के खिलाफ 6 हजार से ज्यादा आपत्तियां दर्ज हो चुकी हैं। इसी के साथ उन्होंने बताया कि यह योजना बिना किसी भौतिक सत्यापन के तैयार की गई है। इसके बाद लगभग 50 गांव के किसानों और शहर के आसपास घर बना रहे निवासियों की जमीन प्रभावित भी हो रही है।
जाट बाजार में बैठक
संघर्ष समिति, व्यापारी और प्रभावित ग्राम समुदाय के प्रतिनिधि जाट बाजार में मास्टर प्लान 2041 से हुए नुकसान पर विचार विमर्श करने के लिए एकत्रित हुए हैं। इस बैठक में नुकसान का आकलन, शिकायतों पर चर्चा और चल रहे विरोध प्रदर्शनों के लिए रणनीति बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इस प्रदर्शन और बंद के दौरान शांति और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है।
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