Rajasthan Hospital Condition: राजस्थान में हर साल 25000 से ज्यादा सड़क हादसे होते हैं, जिसमें 12000 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा देते हैं। आपको बता दें कि सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना नेशनल हाईवे पर होते हैं। ऐसे में मौतों के पीछे का सबसे बड़ा कारण है घायलों को समय पर उपचार नहीं मिलना। आपको जानकर हैरानी होगी जैसलमेर सड़क हादसे के घायलों को इलाज के लिए 280 किलोमीटर दूर जोधपुर भेजना पड़ता था।यहां तक कि राजस्थान के सबसे बड़े एसएमएस और कांवटिया अस्पताल में ट्रामा सेंटर में सिर्फ 50% इलायची मिल पाता है।
एमआरआई की सुविधा तक उपलब्ध नहीं
एसएमएस के ट्रामा सेंटर में एमआरआई की सुविधा तक उपलब्ध नहीं है। राजस्थान के कमर्स सेंटर की हालत देश में सबसे ज्यादा खराब है नीति आयोग और दिल्ली एम्स में किया है सामने आया है वही एसएमएस और कांवटिया और देश के अन्य ट्रामा सेंटर एड प्रोटोकॉल सुरक्षा, डिजास्टर मैनेजमेंट, क्वालिटी मैनेजमेंट, डाटा मैनेजमेंट और फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे मानकों पर बिल्कुल फेल हैं।
एनएबीएच एक्रीडिटेशन ही नहीं
वहीं यही हालत कोटपूतली केअस्पताल और बाकी सरकारी ट्रॉमा सेंटर की भी है। इसके पीछे का कारण है केंद्र सरकार से मिला फंड सही तरीके से इस्तेमाल न होना। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जांच के दौरान सामने आया कि ट्रॉमा सेंटर में मरीजों की संख्या के अनुपात में रेजीडेंट डॉक्टर बहुत कम हैं। ट्रॉमा सेंटर का एनएबीएच एक्रीडिटेशन ही नहीं ।