Mustard Price: राजस्थान के खेतों में इन दिनों सरसों की फसल किसानों के लिए किसी खजाने से कम नहीं साबित हो रही है। इस सीजन में किसानों ने सरसों की बुआई को प्राथमिकता दी और अब यह निर्णय उनके लिए बेहद लाभकारी साबित हो रहा है।
बीते शनिवार को सरसों के दामों में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया, जहां कीमत 7 हजार रुपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर चली गई। यह बढ़ोतरी किसानों के चेहरे पर मुस्कान ले आई है और मंडियों में रौनक बढ़ा दी है। खासकर नई मंडी क्षेत्र में सरसों बेचने आए किसानों की भीड़ देखी जा सकती है, जहां वे अपनी उपज का अच्छा मूल्य पाकर उत्साहित नजर आ रहे हैं।
मंडी में सरसों के कट्टों की लगी कतार
सरसों की कीमतों के बढ़ने से किसानों को आशा से ज्यादा दाम मिल रहा है। इस कारण किसान पहले की तुलना में कई गुना ज्यादा सरसों की ट्रालियां लेकर सरसों मंडी आ रहे हैं। पहले मंडी में रोजाना लगभग 2 से 3 हजार सरसों के कट्टे आते थे, लेकिन अब जब सरसों का भाव 7121 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है, तो मंडी में इसकी आवक बढ़कर 25 हजार कट्टों तक पहुंच गई है।
पिछले डेढ़ महीने में सरसों के दाम में 1200 रुपए की बढ़ोत्तरी
पहले सरसों के दाम 5900 से 6000 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास थे, लेकिन अब इसकी कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। सरसों के दामों में अब तक करीब 1200 रुपये की तेजी आ चुकी है, जिससे कुल बढ़त 1400 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है। इस तरह कम समय में आई यह कीमतों की छलांग किसानों के लिए एक सुनहरा मौका बनकर सामने आई है। मंडियों में लगातार बढ़ रही मांग और बाजार में तेजी के कारण सरसों की कीमतों में यह रिकॉर्डतोड़ इजाफा दर्ज किया गया है।
सरसों की पैदावार में आई कमी
सरसों के दाम में उछाल का कारण पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पैदावार कम होगी। जबकि इस समय सरकार के पास सरसों की आवक कम है। बढ़ते दामों ने इस वक्त किसानों की खुशी दोगुनी कर दी है। वे इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए अपनी उपज बेचकर ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाने की कोशिश में जुटे हैं।
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