Group-D Exam Fraud: राजस्थान में भर्ती परीक्षा में धांधली करने वाले आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। आरोपी कम समय में अमीर बनना चाहता था और इसलिए रेलवे ग्रुप डी परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाकर उससे मोटी रकम वसूल करता था, लेकिन अब सांगानेर सदर पुलिस ने आरोपी गौतम कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जवाहर ऑफिस से पूछताछ की तब गौतम कुमार ने बताया कि वह कम समय में अमीर बनना चाहता था और इसलिए इस धंधे में उतरा था।
कितना वसूलता था पैसा
आपको बता दें कि आरोपी गौतम कुमार बिहार का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार एक डमी कैंडिडेट बिठाने के लिए आरोपी करीब सवा लाख रुपए चार्ज करता था। इस प्रोसेस में वह 30,000 रुपये एडवांस में ले लेता था, जबकि परीक्षा सफलतापूर्वक निकल जाने के बाद शेष रकम बाद में वसूल करता था। वह सिर्फ ग्रुप डी के लिए डमी कैंडिडेट नहीं बिठाते था, बल्कि बड़े स्तर के परीक्षा के लिए भी कैंडिडेट बिठाया करता था और परीक्षा का स्तर जितना बड़ा होता हुआ रकम भी उतना अधिक चार्ज करता था।
खुद भी कई परीक्षा दे चुका है गौतम
इस जांच में अभी सामने आया कि गौतम सिर्फ दूसरे को परीक्षा में बिठाने का काम नहीं करता था, बल्कि कई बार वह खुद भी दूसरों की परीक्षा दे चुका है। 2022 में जयपुर के कानोता क्षेत्र में वह डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दे रहा था, जब वह पकड़ा भी गया था। इसके अलावा उसने उत्तर प्रदेश और बिहार में कुल 10 परीक्षाएं दी है और उनमें से छह बार बार स्वयं डमी कैंडिडेट बना था।
हाल में दौसा निवासी ने किया था संपर्क
हाल की बात करें तो दौसा निवासी संजीव ने रेलवे ग्रुप डी के लिए डमी कैंडिडेट बिठाने के लिए गौतम से संपर्क किया था। वही इस मामले में ऋषभ रंजन और गौतम की गिरफ्तारी के बाद मुला अभ्यर्थी अभिषेक मीणा और संजीव फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पाया है। पुलिस उसकी भी खोज में लगी हुई है।








