Women Safety Centers: महिला अपराधों पर अंकुश लगाने और बेटियों की सुरक्षा और उनके आत्मसम्मान को बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार की ओर से नई योजना तैयार की गई है। इसके तहत राज्य के महिला कॉलेजों में महिला शक्ति केंद्र की स्थापना की जाएगी। राजकीय कन्या महाविद्यालय में महिला वीरता व आत्मबल के प्रतीक के रूप में इन केंद्रों को खोला जाएगा, जिसके लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है।
छात्राओं की नेतृत्व क्षमता के लिए आयोजित की जाएगी कार्यशैली
इन केंद्रों में महिला सशक्तिकरण को लेकर कई विशेष कदम उठाएं जाएंगे। इस दौरान चयनित कॉलेज में छात्राओं की नेतृत्व क्षमता, कानूनी जानकारी और आत्मरक्षा प्रशिक्षण जैसे विषयों पर चर्चा करने के लिए कार्यशालाएं और सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में कॉलेज प्राचार्य सीपी पोखरना ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार पूरे राज्य में सभी सरकारी कॉलेजों में महिला शक्ति केंद्र की शुरुआत की जा रही है।
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छात्राओं को दिया जाएगा चार हफ्ते का खास प्रशिक्षण
कॉलेज शिक्षा आयुक्त ओमप्रकाश बैरवा ने इसके लिए आदेश जारी करते हुए किशनगढ़ समेत अजमेर संभाग के 46 कॉलेजों में यह योजना शुरू की जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि इन केंद्रों के माध्यम से छात्राओं को आत्मरक्षा का चार हफ्ते का खास प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण राजस्थान पुलिस और संबंधित संस्थाओं की मदद से किया जाएगा। इसमें सबसे पहले छात्राओं को बेसिक वार्मअप और आत्मरक्षा के महत्व के बारे में समक्षाया जाएगा।
इसके अगले सप्ताहों में ब्लॉक, पंच, किक आदि तकनीक सिखाई जाएंगी। जिससे हाथ, पैर, घुटनों व कोहनी की मदद से महिलाएं अपनी रक्षा कर सकेंगी। तीसरे हफ्ते में व्यावहारिक तकनीकों जैसे हमले के समय खुद को बचाने व छुड़ाने के तरीके सिखाए जाएंगे। आखिरी सप्ताह में छात्राओं को सेफ्टी पिन, पेन और पेपर स्प्रे से जुड़ी जानकारी विस्तार से दी जाएगी, ताकि वे आपात स्थिति में अपने आप को बचा सकें।
महिला ऑर्डिनेटर की होगी नियुक्ति
सभी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए सभी केंद्रों पर एक महिला ऑर्डिनेटर की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही प्रशिक्षण की निरंतरता को सुनिश्चित करना ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी होगी। कॉलेज में महिला स्टाफ उपलब्ध न होने पर पास के कॉलेज से महिला संकाय सदस्य को नियुक्त किया जाएगा। प्रदेश में योजना के तहत कुल 314 ब्लॉक स्तरीय कॉलेजों में केंद्र खोले जाएंगे।