Rajasthan Politics: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने अपने सख्त एक्शन से एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं। कभी सियासी गलियारों में राजा का दर्जा रखने वाले कांग्रेस नेता अमीन पठान, अब खुद को 'भिखारी की तरह राहत मांगने की स्थिति में आ गए हैं। शनिवार को कोटा विकास प्राधिकरण ने कांग्रेस नेता अमीन पठान की 24,000 स्क्वेयर फीट में फैली अनंतपुरा क्रिकेट एकेडमी पर बुलडोजर चला दिया। सरकारी जमीन पर बनी यह अवैध एकेडमी लंबे समय से विवादों में थी।
शनिवार को अतिक्रमण मुक्त किया जमीन
अधिकारियों का कहना है कि अमीन पठान को पहले कई बार नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। आखिरकार, नोटिस की अवधि समाप्त होने के बाद कार्रवाई की गई। कोटा विकास प्राधिकरण के तहसीलदार सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गई इस एकेडमी को हटाने के लिए बार-बार चेतावनी दी गई थी। लेकिन, पठान की चुप्पी ने प्रशासन को मजबूर कर दिया। शनिवार को बरखेड़ा और अनंतपुरा पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई की गई और जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया गया।
2023 में छोड़ा था कांग्रेस का साथ
आपको बता दें कि अमीन पठान का राजनीतिक सफर भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। भाजपा से सियासत शुरू करने वाले पठान, वसुंधरा राजे के बेहद करीबी माने जाते थे। साल 2005 में पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने उन्हें राजनीति में एंट्री दिलाई थी। लेकिन, 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर उन्होंने पार्टी छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया।
भरतपुर के कामां से टिकट की आस लगाए पठान को कांग्रेस ने भी निराश किया। अब उनका नाम एक और विवाद में फंस गया। कांग्रेस का दामन थामने के बाद उन्होंने सोचा था कि उन्हें राजनीतिक सुरक्षा मिल जाएगी, लेकिन भजनलाल सरकार के बुलडोजर ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
अवैध कब्जा करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रहे अमीन पठान का यह कदम उनकी छवि को और धूमिल कर रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और मौजूदा सीएम भजनलाल शर्मा ने इस मुद्दे पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम कांग्रेस की तरह जुमलेबाजी नहीं करते।
हमारे राज्य में कानून का राज है। अवैध कब्जा करने वाले चाहे कितने भी बड़े नेता क्यों न हो, बख्शे नहीं जाएंगे। एक समय वसुंधरा राजे के खास और भाजपा के राजा कहलाने वाले अमीन पठान, अब कांग्रेस राज में खुद को एक असहाय नेता की तरह पा रहे हैं। बुलडोजर की यह कार्रवाई न सिर्फ उनके राजनीतिक करियर बल्कि उनकी सार्वजनिक छवि पर भी गहरा असर डाल सकती है।
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