Modern Burn Care Unit: जोधपुर में साल 1932 में महात्मा गांधी अस्पताल स्थापित हुआ था, जिसमें अब बदलाव होने जा रहा है। यहां गंभीर झुलसे मरीजों का और भी बेहतर तरीके से इलाज हो सकेगा। आपको बता दें कि हॉस्पिटल में अल्ट्रा एडवांस बर्न केयर यूनिट शुरू होने वाला है। जिसको लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग में अस्पताल प्रशासन से मौजूद संसाधनों और मशीनरी का पूरा ब्यौरा मांगा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्य सरकार ने बजट में इस यूनिट की घोषणा की थी। वहीं इस यूनिट का उद्देश्य है कि गंभीर रूप से झुलसे हुए मरीजों को इन्फेक्शन फ्री माहौल और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं।
विभाग द्वारा आकलन किया जा रहा है
ऐसे में विभाग आकलन कर रहा है कि अस्पताल के पास फिलहाल कौन-कौन से उपकरण मौजूद हैं और नई यूनिट के लिए किन एडवांस उपकरण की जरूरत होगी। ऐसे में इसको लेकर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अभी जले हुए मरीजों का इलाज केवल जोधपुर संभाग में एमजीएच अस्पताल में ही होता है। वहीं जोधपुर समेत कई और जिलों में झुलसे हुए मरीज इलाज के लिए यही आते हैं।
मरीजों को उच्च स्तरीय सुविधा मिल सकेगी
वहीं क्रिटिकल सिचुएशंस में मरीजों का अक्सर जयपुर या बड़े केंद्र में रेफर किया जाता है। जैसलमेर बस हादसे से के बाद से यहां नई यूनिट बनाने की डिमांड की गई थी। नई योजना शुरू होने के बाद स्थानीय स्तर पर ही मरीजों को उच्च स्तरीय सुविधा मिल सकेगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अल्ट्रा एडवांस यूनिट में स्किन बैंक भी स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही मरीजों को त्वचा प्रत्यारोपण जैसी फैसिलिटी भी मिल सकेगी।
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गंभीर जले मरीजों की मौतें भी कम होने की आशंका
वहीं इन्फेक्शन फ्री माहौल मिलने से गंभीर जले मरीजों की मौतें भी कम होने की आशंका है। ऐसे में महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर फतेह सिंह भाटी ने बताया कि विभाग के निर्देश पर अल्ट्रा एडवांस बनाकर यूनिट बनने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें एडवांस आईसीयू की फैसिलिटी भी जोड़ी जाएगी और बेड क्षमता भी बढ़ाई जाएगी।