Jaipur Expressway Project : राजधानी जयपुर के दक्षिणी क्षेत्र से होकर गुजरने वाला नया एक्सप्रेस-वे जल्द ही दिल्ली-मुंबई और जामनगर-अमृतसर एक्सप्रेस-वे को आपस में जोड़ने का काम करेगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से न केवल यात्रा का समय 2 से 3 घंटे तक घटेगा, बल्कि जयपुर, अजमेर, ब्यावर, जोधपुर और बाड़मेर जैसे प्रमुख जिलों की कनेक्टिविटी भी पहले से कहीं अधिक मजबूत होगी। एनएचएआई द्वारा इस एक्सप्रेस-वे की डीपीआर पर काम शुरू कर दिया गया है, जबकि जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को अंतिम मंजूरी मिलना बाकी है। परियोजना के धरातल पर उतरते ही करीब 200 से अधिक गांवों को सीधा लाभ मिलेगा और क्षेत्रीय विकास को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है।

ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित होगा नया हाई-स्पीड रोड प्रोजेक्ट

यह एक्सप्रेस से जयपुर के बेहद नजदीक से होकर गुजरेगा। जयपुर-टोंक रोड पर स्थित रिंग रोड से 9 किलोमीटर की दूरी पर होकर यह एक्सप्रेस गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा। जयपुर के आसपास लगने वाले कई जिले इस एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे। जैसे अजमेर, ब्यावर, जोधपुर, जयपुर, बालोतरा, बाड़मेर सहित 7 जिलों को कनेक्ट करेगा।

जयपुर के बेहद नजदीक से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे

यह एक्सप्रेस-वे जयपुर शहर के बेहद नजदीक से होकर गुजरेगा । टोंक रोड पर रिंग रोड से इसकी दूरी लगभग 1 से 10 किलोमीटर तक रहेगी। इको ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। इस परियोजना से लगभग 200 से अधिक गांवों को सीधा लाभ मिलेगा। पर्यावरण को संतुलित रखने पर भी जोड़ दिया जाएगा। 

200 से ज्यादा गांवों को मिलेगा सीधा लाभ

आपको बता दें कि जयपुर जिले में यह एक्सप्रेस-वे मौजमाबाद, दूदू कोटखावदा, वाटिका, चाकसू, फागी, तूंगा साखून जैसे इलाकों से होकर गुजरेगा। 110 किलोमीटर का दायरा यह एक्सप्रेसवे कवर करेगा। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग भी सीधे जुड़ेंगे। 

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