Rajasthan summer temperature: राजस्थान में गर्मी ने तौबा बुलवा रखी है। हीटवेव ने लोगों को असल गर्मी का एहसास दिलाया है। दोपहर में अगर बादल आ जाते हैं, तो साथ ही तपन भी बढ़ने लगती है। कल यानी शुक्रवार को बढ़ती तपन के कारण तापमान में 1 डिग्री और बढ़ोतरी हो गई। साथ ही फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र पर न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री और अधिकतम तापमान 44 डिग्री रहा और 8 मार्च को सीकर जिले का अत्यधिक तापमान 44.5 डिग्री रहा था।
2 मई से पश्चिमी विक्षोभ के दबाव बढ़ने से आंधी और तेज बारिश हुई। इसी प्रकार का मौसम 14 मई तक रहा। गुरुवार से जैसे ही लोकल चक्रवात का असर कम हुआ तो, तपन बढ़ने लगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि लोकल चक्रवात का दबाव कम होने से पाकिस्तानी मरुस्थल से आने वाली गर्म हवाएं राजस्थान से होकर गुजर रही हैं। जिस वजह से बारिश होने के बाद एकदम गर्मी बढ़ जाती है।
8 डिग्री ओर अधिक बढ़ा तापमान
फतेहपुर कृषि अनुसंधान केंद्र का कहना है कि 10 मई के बाद से तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। 10 मई को भी अधिकतम तापमान 36 डिग्री रहा था। इसके अलावा 11 मई के दिन 40.3, 12 मई के दिन 40, 13 मई के दिन 39, 14 मई के दिन 42, 15 मई के दिन 43 और 16 मई के दिन 44 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
खरीफ की फसल को होगा फायदा
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि मई के एकदम ऐसी तपन बढ़ने से जमीन की उपजाऊ क्षमता बढ़ जाएगी और अधिक गर्मी पड़ने से जमीन के ऊपर रहने वाले कीट खत्म हो जाएंगे। जिससे फसलों में किसी भी प्रकार का कीट रोग होने की संभावना कम हो जाएंगी। इस प्रकार फसलों का अंकुरण भी बढ़िया होगा।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार शेखावाटी सहित प्रदेश में 20 मई तक इसी प्रकार हीटवेव चलती रहेगी और गर्मी ओर ज्यादा बढ़ सकती है। राधेश्याम शर्मा (जयपुर मौसम विभाग के निदेशक) के अनुसार तपन और इसी प्रकार गर्मी पड़ने से प्रदेश के कुछ इलाकों में अंधड़ के साथ हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है।
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