Farmer Success Story Rajasthan: देश में किसान गेहूं की कटाई के बाद खेत खाली छोड़ देते हैं। राजस्थान के बांसवाड़ा के गनोड़ा में भी किसान आमतौर पर गेहूं कटाई होने के बाद खेत खाली छोड़ दिए जाते हैं और बारिश का इंतजार करते हैं। ऐसे में 3 से 4 माह खेत खाली पड़े रहते हैं। लेकिन इसी कमी को देखते हुए सेवानिवृत्त शिक्षक और किसान प्रभाशंकर व्यास ने किसानी नयापन लाया और गर्मियों में खेती करके मिशाल पेश कर दी। यही नहीं किसान ने महज 280 रुपये में खेती करके 20 हजार रुपये की कमाई की।
किसान ने किसकी की खेती?
नवाचारशील किसान प्रभाशंकर व्यास बताते हैं कि किसान की खेती इन चार माह में खाली पड़ी रहती है। इसी का मैंने फायदा उठाया और महज 280 रुपये के तिल के बीज लाकर एक बीघा खेत में छिड़क दिया। तिल के फसल को किसी अतिरिक्त खाद पानी की आवश्यकता नहीं होती। अब फसल पककर तैयार है जिसका अनुमानित उपज करीब 2 क्विंटल बताई जा रही है।
करीब 20 हज़ार रुपये की कमाई
प्रभाशंकर व्यास बताते हैं तिल की कीमत प्रति क्विंटल 10 हजार के करीब रहती है, इस हिसाब से 20 हजार की कमाई हो जाएगी। इस फसल की खास बात ये है कि इसे मावेशी भी नहीं खाते। जिससे फसल का नुकसान होने से भी बचता है। भीषण गर्मी के दिनों में भी खेत हरा भरा दिखता है। जो मन को भी शांत रखता है।
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कृषि में नए प्रयोग से किसानों की बदली किस्मत
सेवानिवृत्त शिक्षक प्रभाशंकर व्यास का यह प्रयास न सिर्फ प्रेरक बल्कि दूसरे किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा है। यह दिखाता है कि कृषि क्षेत्र में भी नए अवसर तलाशे जा सकते हैं, बस थोड़ी सी सोच और प्रयोगधर्मिता से काम लेना होगा। राजस्थान में ऐसे कई किसानों ने अपनी किस्मत बदली है। जो पहले पारंपरावादी खेती करते थे या फिर नौकरी करते थे। अब कृषि के नए प्रयोगों से कई गुना अधिक कमाई करते हैं।