Waterlogging In Bharatpur: मानसून का मौसम आते ही भरतपुर में जल भराव की चिंता एक बार फिर से सामने आ रही है। पूर्व मंत्री, भरतपुर विधायक और रालोद के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर सुभाष गर्ग ने एक बड़ा कदम उठाते हुए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने बारिश के दौरान बाढ़ की लंबे समय से चली आ रही समस्या से निपटने के लिए तुरंत निर्देश देने की मांग की है।
भरतपुर में लगातार जल भराव की समस्या
डॉक्टर गर्ग ने इस बात पर खास जोर दिया है कि भरतपुर के निवासियों के लिए सबसे मुश्किल समस्या में से एक है जल भराव। इसमें शहर की बाहरी कॉलोनी पर ज्यादा जोर दिया गया है। सिटी फ्लड कंट्रोल एंड ड्रेनेज परियोजना के मुताबिक करीब 300 किलोमीटर लंबी ड्रेनेज लाइन बनाने की योजना के बावजूद भी यहां पर प्रगति काफी धीमी रही है। उन्होंने आगे लिखा कि यहां पर 10 किलोमीटर से भी कम नालों का निर्माण पूरा हो पाया है। जिससे यह डर है कि शहर का एक बड़ा हिस्सा बारिश के दौरान बाढ़ की चपेट में आ सकता है।
मानसून से पहले तत्काल तैयारी का अनुरोध
उन्होंने अपने खत में जिला कलेक्टर से भरतपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को तत्काल निर्देश देने का आग्रह किया है। ताकि यह सुनिश्चित हो की मानसून की शुरुआत से पहले सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण की जा सके। इसी के साथ उन्होंने मौजूदा नालों को साफ करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला कि किसी भी अवरुद्ध जल मार्ग को पूर्ण रूप से साफ किया जाए।
डॉक्टर गर्ग ने कहा कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं की गई तो हजारों निवासियों को गंभीर जल भराव, संपत्ति की क्षति और स्थिर वर्षा जल के कारण स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
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