Rajasthan Transport: राजस्थान रोडवेज निगम की ओर से कोटा डिपो को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। बता दें कि डिपो की कुल 30 बसों को कंडम घोषित कर दिया जाएगा। इसका असर शहर के पांच रूट पर पड़ेगा। साथ ही इससे यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
9 नई बसें मिलने की उम्मीद
जानकारी के मुताबिक 13 साल पुरानी कुल 30 बसों को जुलाई के बाद कंडम घोषित करने का निर्णय लिया गया है। वहीं, उम्मीद लगाई जा रही है कि कोटा डिपो को सरकार की ओर से जल्द 9 बसें मिल सकती हैं। रोडवेज में बसों को कंडम घोषित करने के तय मापदंड के अनुसार 10 साल पुरानी बस हो जाने और 10 लाख किलोमीटर संचालन हो जाने के बाद उसे ऑफरोड कर दिया जाता है। यहां तक कई बसें ऐसी हैं जो साल 2010 और 2013 में खरीदी हुई हैं।
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खराब हालात में हैं डिपो की बसें
इन बसों की बॉडी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। वहीं इनके फर्श भी टूटे हुए हैं। बारिश के समय में इनसे पानी गिरता है, जिससे यात्रियों को परेशान झेलने पड़ती है। इनकी सीटों और खिड़कियों की बात करें तो ये भी पूरी तरह से टूटी हुई हैं। डिपो द्वारा कई बार इन्हें ठीक किया जा चुका है, लेकिन अब ये दुरूस्त करने की हालात में नहीं हैं। इसी कारण से इन्हें जुलाई के बाद से कंडम घोषित कर दिया जाएगा।
इन पांच रूट पर पड़ेगा असर
इस फैसले का असर कोटा से बूंदी, हरनावदा, मनोहर थाना, सवाई माधोपुर, श्योपुर रोड पर देखने को मिलेगा। कुछ बसें इन रूट के लिए बंद कर दी जाएंगी, जिससे बाकी बसों में ज्यादा भीड़ बढ़ जाएगी। कोटा रोडवेज डिपो की 30 बसें इन दोनों मानदंडों को पूरा कर रही हैं। इस संबंध में मुख्य प्रबंधक अजय मीणा ने जानकारी दी कि फिलहाल कुल 86 बसों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें से 30 बसें अब 13 से ज्यादा साल पुरानी हो चुकी हैं। इसलिए इन्हें कंडम घोषित करने का फैसला लिया गया है।